NBTC Chief KG Abraham News: कुवैत में भारतीय नागरिकों का काल बनी बिल्डिंग के मालिक और केरल के मशहूर अरबपति बिजनेस टाइकून के जी अब्राहम के बारे में लोग गूगल कर रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि उनके मालिकाना हक वाली एक बिल्डिंग चलता फिरता शवदाह गृह बन गई थी. गौरतलब है कि बुधवार को कुवैत के स्थानीय समय के अनुसार मंगफ सिटी में तड़के करीब 4:30 बजे लेबर कैंप के किचन में अचानक से आग लग गई थी. आग ने दावानल का रूप लिया और तेजी से ऊपर की मंजिलों में फैली. जान बचाने के लिए जिन लोगों ने इमारत से छलांग लगा दी. कई लोग सीलबंद कांच की खिड़कियां होने के चलते बाहर नहीं निकल पाए वो वहीं जलकर खाक हो गए थे.


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कुवैत के गृह मंत्री ने दिया था गिरफ्तारी का आदेश


गौरतलब है कि कुवैत के गृह मंत्री शेख फहद अल-यूसुफ अल-सबा ने हादसे की भयावहता का पता चलते ही कुवैत की पुलिस को बिल्डिंग के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था. उन्होंने ये आदेश भी दिया था कि इमारत के गार्ड और इमारत में रहने वाले मजदूरों के लिए जिम्मेदार कंपनी के मालिक को गिरफ्तार किया जाए. वहीं कुवैत के डिप्टी पीएम फहद यूसुफ अल सबा ने भी घटनास्थल का दौरा करने के बाद जांच के आदेश देते हुए कहा था कि इस घटना के जिम्मेदार किसी भी शख्स को वो चाहे जो भी हो उसे छोड़ा नहीं जाएगा.


किसके लालच में मर गए दर्जनों लोग?


कुवैती गृह मंत्री ने कहा था कि ये जो कुछ हुआ वो कंपनी के मालिक और बिल्डिंग मालिक के लालच का नतीजा है. कुवैत की अथॉरिटी को इसी तरह नियमों के विरुद्ध बनी इमारतों पर फौरन एक्शन लेने का आदेश दिया है. इस कंपनी ने अपने लालच में बड़ी संख्या में श्रमिकों को एक साथ ऐसी आवासीय इमारत में ठूंस दिया था. जिससे हादसे की भयावहता बढ़ गई. ऐसे में हम ये तय करेंगे कि ऐसे हादसों की रोकथाम के लिए सभी सुरक्षा आवश्यकताएं लागू हों और भविष्य में इसी तरह की घटनाएं ना हों.'


गौरतलह है कि भले ही अपने देश में ऐसे हादसों के आरोपी लंबे समय तक पुलिस के राडार से दूर रहते हों लेकिन कुवैत में ऐसी घटनाओं और मामलों को लेकर कड़े कानून हैं. वहां इंसान चाहे कितना ही रसूखदार क्यों न हो? उसे फौरन गिरफ्तार किया जाता है. इस मामले में भी कुवैत के डिप्टी पीएम और बाकी मंत्रियों ने बेहद सख्त रुख अख्तियार किया था. 


कौन हैं के जी अब्राहम?


जिस बिल्डिंग में हादसा हुआ उसके मालिक केजी अब्राहम केरल के तिरुवल्ला के एक व्यवसायी हैं. केजी अब्राहम को ‘KGA’ के नाम से भी जाना जाता है. वो KGA ग्रुप ऑफ कंपनीज के संस्थापक और अध्यक्ष हैं. अब्राहम 22 साल की उम्र में कुवैत गए थे. वहां की हवा पानी उन्हें कुछ ऐसा रास आया कि वो वहीं बिजनेस टाइकून बन गए, वो 1977 से कुवैत में तेल और संबद्ध उद्योगों से जुड़े हैं. उन्होंने एक फिल्म भी प्रोड्यूस की थी. उनकी कंपनी दूसरे बिजनेस में पैसा लगाती है. 


इमारत में रहते हैं 200 मजदूर?

जिस इमारत में 51 से ज्यादा की मौत हो गई, जिनमें 41 भारतीय भी शामिल हैं. कई लोगों की हालत गंभीर है. मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है. बताया जा रहा है कि इस इमारत में केरल, तमिलनाडु और कुछ अन्य राज्यों के मजदूर रहते थे. इस इमारत में भी किसी चाल की तरह क्षमता से ज्यादा लोग रहते थे. बताया जा रहा है कि इस इमारत से 90 भारतीयों को बचाया गया था. 


भारत सरकार और भारतीय एंबैसी की इस हादसे पर नजर बनी हुई है. हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया था. मामले की जांच अभी जारी है. इधर भारत में मृतकों के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन सिंह आज (गुरुवार) सुबह नई दिल्ली से कुवैत रवाना हो गए. मृतकों में अधिकांश केरल, तमिलनाडु और उत्तर भारतीय राज्यों के नागरिक शामिल हैं.