ताइपेई: चीन ने ताइवान में हालिया समय की सबसे बड़ी घुसपैठ की है. शुक्रवार को 20 चीनी लड़ाकू विमान ताइवान की जल सीमा में घुस आए और अपनी दबंगई दिखाई. चीन के इस कदम से ताइवान की खाड़ी में तनाव बढ़ गया है. खुद ताइवान की डिफेंस मिनिस्ट्री ने इस घुसपैठ की जानकारी दी.


ताइवान की खाड़ी में बढ़ी टेंशन


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हमारी सहयोगी वेबसाइट WION के मुताबाकि, चीनी एयर फोर्स (Chinese AirForce) की इस घुसपैठ के बाद ताइवान की खाड़ी में तनाव बढ़ गया है. ताइवान की डिफेंस मिनिस्ट्री ने कहा कि उसने एयर फोर्स की मिसाइलों को तैनात कर दिया है और अब वो पूरी दक्षिणी पश्चिमी एयर डिफेंस जोन में निगरानी कर रही हैं. डिफेंस मिनिस्ट्री ने कहा कि चीनी लड़ाकू विमानों की घुसपैठ पर ताइवानी एयरफोर्स ने रेडियो पर चेतावनी भी दी थी, इसके बावजूद उन्होंने सीमा पार की. बता दें कि आए दिन चीनी एयर क्राफ्ट ताइवान के दक्षिणी पश्चिमी एयर फील्ड में घुसते रहे हैं, लेकिन ये हालिया समय की सबसे बड़ी घुसपैठ थी.


ताइवान पर अपना हक जमाता है चीन


बता दें कि चीन ताइवान को अपना हिस्सा बताता है. उसने इसी सप्ताह अमेरिका को चेताया भी है कि वो ताइवानी यानी चीनी क्षेत्र में अपने जहाजों को खड़ा कर रहा है, खासकर विटसन रीफ इलाके में, जोकि अच्छा नहीं है. उसने पिछले कुछ समय में ताइवान की खाड़ी में अपनी आमद बढ़ाई है, जिसका ताइवान ने हमेशा विरोध किया है.  ताइवान की डिफेंस मिनिस्ट्री के मुताबिक कुछ चीनी एयर क्राफ्ट बिल्कुल नीचे उड़ रहे थे और उन्होंने बाशी चैनल से होकर भी उड़ान भरी, जो इस इलाके को फिलीपींस से अलग करता है.


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परमाणु क्षमता संपन्न लड़ाकू विमानों ने भरी थी उड़ान


ताइवान (Taiwan) की डिफेंस मिनिस्ट्री ने बताया कि चीन ने शुक्रवार को जो घुसपैठ की, उसमें चीनी सेना के परमाणु क्षमता से लैस लड़ाकू विमान भी थे. ताइवान ने बताया कि कम से कम 4 एच-6के बॉम्बर और 10 जे-16 फाइटर जेट्स ने उड़ान भरी थी. बता दें कि दो लड़ाकू विमानों के क्रैश होने के बाद से ताइवान ने इस इलाके में अपनी सभी ट्रेनिंग और प्रैक्टिस वाली उड़ानें रद्द कर दी है.