US Military: गड़बड़ करोगे तो ठोक दिए जाओगे! US ने खतरनाक फाइटर जेट उड़ाकर चीन- उत्तर कोरिया को दिया संदेश
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US Military: गड़बड़ करोगे तो ठोक दिए जाओगे! US ने खतरनाक फाइटर जेट उड़ाकर चीन- उत्तर कोरिया को दिया संदेश

US North Korea Tension Update: चीन की शह पर उत्तर कोरिया लगातार दक्षिण कोरिया को धमकाने में लगा है. इसके बाद अब अमेरिका ने अपना सबसे खतरनाक फाइटर जेट उड़ाकर दोनों देशों को संदेश दे दिया है कि गड़बड़ करोगे तो ठोक दिए जाओगे.

 

US Military: गड़बड़ करोगे तो ठोक दिए जाओगे! US ने खतरनाक फाइटर जेट उड़ाकर चीन- उत्तर कोरिया को दिया संदेश

US South Korea Military Drill: अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच चल रही तनातनी के बीच दोनों देश जब-तब अपनी ताकत का प्रदर्शन करते रहते हैं. उत्तर कोरिया को मैसेज देने के लिए अमेरिका ने 7 साल बाद दक्षिण कोरिया के आसमान में अपने बी-1बी बमवर्षक विमान उड़ाए. इस ड्रिल में दक्षिण कोरिया की वायु सेना के फाइटर जेट भी शामिल रहे. दोनों देश मिलकर इन दिनों लड़ाकू विमानों के साथ संयुक्त युद्धाभ्यास कर रहे हैं. 

दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर संयुक्त युद्धाभ्यास

दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अमेरिका के बी-1बी बमवर्षक विमान ने दक्षिण कोरिया के विमानों के सुरक्षा घेरे में रहते हुए युद्धाभ्यास किया. इस दौरान ‘ज्वाइंट डायरेक्ट एटैक म्यूनिशंस’ (जेडीएएम) यानी खतरनाक बम गिराए गए. वर्ष 2017 के बाद से यह पहली बार है कि दोनों देशों ने इस तरह जॉइंट ड्रिल की हो. 

अमेरिका के बी-1बी बमवर्षक विमान की ओर से गिराए गए जेडीएएम बमों में ‘बंकर-बस्टर’ भी शामिल हैं. जेडीएएम एक ऐसी मार्गदर्शन प्रणाली है, जो बिना निर्देशित, पारंपरिक बमों को अधिक सटीक, जीपीएस-निर्देशित हथियारों में बदलकर सटीक वार करती है. अमेरिका के सभी लड़ाकू विमान, बमवर्षक विमान और ड्रोन जेडीएएम इस्तेमाल कर सकते हैं.

उत्तर कोरिया के खिलाफ ताकत का प्रदर्शन

अमेरिका अपनी इस खतरनाक हथियार प्रणाली को रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन की मदद के लिए उपलब्ध करवाता रहा है. दोनों देशों के इस अभ्यास को उत्तर कोरिया की ओर से हाल में किए गए मिसाइल परीक्षणों के जवाब में ताकत के प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है. इसके साथ ही उत्तर कोरिया ने पिछले दिनों दक्षिण कोरिया के ऊपर कचरा ले जाने वाले गुब्बारे उड़ाए थे, जिसके बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है. 

रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण कोरिया में बने मिलिट्री बेस में अमेरिका का एक बी-1बी बमवर्षक विमान पहले से तैनात है. इस साल कोरियाई प्रायद्वीप पर अमेरिका ने ऐसा ही एक दूसरा विमान भी तैनात किया है. इस ड्रिल के दौरान बमवर्षक ने तय किए इलाकों पर बम गिराए. वर्ष 2017 के बाद से किसी अमेरिकी बमवर्षक के लिए इस तरह का पहला बमबारी अभ्यास था.

दोनों देशों में चल रहा शह-मात का खेल

बताते चलें कि उत्तर कोरिया ने अमेरिका के नेतृत्व में बढ़ते सैन्य खतरों से निपटने के लिए पिछले साल नवंबर में अपना पहला सैन्य टोही उपग्रह कक्षा में भेजा था. उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने बैठक में कहा कि देश 2024 में तीन अतिरिक्त सैन्य जासूसी उपग्रह लॉन्च करेगा. इसके बाद हाल ही में उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का उल्लंघन करते हुए एक दूसरे जासूसी उपग्रह को कक्षा में स्थापित करने के प्रयास में एक रॉकेट लॉन्च किया, लेकिन प्रक्षेपण के तुरंत बाद इसमें विस्फोट हो गया. 

उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर हमले के लिए परमाणु-सक्षम हथियारों का ट्रायल किया. साथ ही यह दावा भी किया कि उसने दक्षिण कोरिया में जीपीएस नेविगेशन सिग्नलों को जाम कर दिया. उसकी इन हरकतों ने अमेरिका को कड़ा कदम उठाने के लिए प्रेरित किया. अब दक्षिण कोरियाई वायु सेना के साथ मिलकर वह संयुक्त युद्धाभ्यास के जरिए उत्तर कोरिया को बड़ा मैसेज भेज रहा है कि अगर उसने कोई गलती की तो उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. 

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