किसी ने सच ही कहा है कि सच्चा दोस्त वही है जो जरूरत में काम आए. भारत हमेशा अपने मित्र देशों के साथ खड़ा रहा है. मालदीव की सेना के तटरक्षक पोत 'हुरवी' को मरम्मत की जरूरत थी. पैसा भी काफी लगने वाला था. ऐसे में भारत ने कदम आगे बढ़ाया और नौसेना के जहाज ‘तलवार’ को उसे एस्कॉर्ट करने के लिए भेजा. वह माले से साये की तरह उसके साथ चला और मुंबई तक लाया गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

40 लाख डॉलर खर्च होगा


इस पोत की मरम्मत पर 40 लाख अमेरिकी डॉलर का खर्च आएगा जिसे भारत खुद वहन करेगा. भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में बताया है कि तटरक्षक जहाज (CGS) ‘हुरवी’ की भारत में मरम्मत किए जाने की घोषणा मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की 6-10 अक्टूबर तक भारत की राजकीय यात्रा के दौरान की गई थी.


बयान में कहा गया है कि यह दोनों देशों के बीच गहरे मैत्रीपूर्ण संबंधों और बहुआयामी रक्षा सहयोग को दर्शाता है. इसमें कहा गया है कि जहाज को मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल को मई 2023 में सौंपा गया जिसके बाद पहली बार पोत की मरम्मत होगी. इस दौरान नियमित रखरखाव कार्य के साथ-साथ जहाज की क्षमताओं को बढ़ाना भी शामिल रहेगा.


भारत और मालदीव के बीच रक्षा और राजनयिक संबंधों के लिहाज से यह महत्वपूर्ण कदम है. खास बात यह है कि इस जहाज को भारत ने ही मई 2023 में मालदीव को दिया था. उसके बाद यह पहली बार मरम्मत किया जाएगा. हुरावी को भारत में अपग्रेड भी किया जाएगा. (एजेंसियों के इनपुट के साथ)