Yemen Houthi attacks: यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर (Red Sea) में दो मालवाहक जहाजों पर मिसाइल हमले (cargo ships) की जिम्मेदारी ली है. समाचार एजेंसी श‍िन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हूती सैन्य प्रवक्ता येह्या सरिया ने शुक्रवार को समूह के अल-मसीरा टीवी पर जारी एक बयान में कहा, 'हमने इजराइल की ओर जा रहे दो कंटेनर जहाजों के खिलाफ एक सैन्य अभियान चलाया है. सरिया ने कहा, 'हमने दो मिसाइलों से जहाजों, एमएससी अलान्या और एमएससी पलाटियम तीन को निशाना बनाया. यह ऑपरेशन तब हुआ जब दो जहाजों के चालक दल ने हमारे नौसैनिक बलों के कॉल का जवाब देने से इनकार कर दिया.'


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यमन की मिसाइल से हमला


प्रवक्ता ने कहा कि उनका समूह 'जब तक गाजा पट्टी में अधिक भोजन और दवा की आपूर्ति की अनुमति नहीं दी जाती, तब तक सभी जहाजों को इजरायली बंदरगाहों की ओर जाने से रोकना जारी रहेगा.'


सऊदी स्थित अल अरबिया टीवी समाचार ने यह भी बताया कि मालवाहक जहाजों में से एक, जिस पर लाइबेरिया का झंडा था, यमन की मिसाइल से हमला किया गया और उसमें आग लग गई. 7 अक्टूबर को इजरायल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद हूतियों द्वारा दावा किए गए इजरायल विरोधी हमलों की सीरीज में ये सबसे हालिया हमला है.


गुरुवार को, हौथिस ने कहा कि उन्होंने एक मालवाहक जहाज पर ड्रोन से हमला किया क्योंकि उसने लाल सागर में अपनी यात्रा रोकने और वापस जाने के आदेश का पालन करने से इनकार कर दिया था. मंगलवार को, हौथी समूह ने कहा कि उसने लाल सागर में इजरायल जाने वाले नॉर्वेजियन तेल जहाज पर मिसाइल से हमला किया. इसके पहले भी हूती के लड़ाके हमले का दावा कर चुके हैं.


अमेरिका ने जताई नाराजगी


अमेरिका का कहना है कि मिसाइलें ईरान समर्थित हौथी समूह के नियंत्रण वाले यमन के हिस्से से दागी गईं. ऐसे में अब उनको कीमत चुकानी पड़ेगी.


(इनपुट: IANS)