North Korea nuclear rule: दुश्मन पर कभी भी न्यूक्लियर अटैक कर सकता है नॉर्थ कोरिया, किम ने कर दिया बड़ा ऐलान
Kim Jong Un: किम ने कहा कि परमाणु हथियार नीति को कानून बनाने का अत्यधिक महत्व एक अपरिवर्तनीय रेखा खींचना है ताकि हमारे परमाणु हथियारों पर कोई सौदेबाजी न हो सके. किम का साफ कहना है कि हम अपने परमाणु हथियारों का सरेंडर नहीं करेंगे भले ही इसके लिए हमें 100 साल का प्रतिबंध ही क्यों न झेलना पड़े.
North Korea new law on nuclear weapons: उत्तर कोरिया का शासक किम जोंग उन अपने विवादित फैसलों को लेकर दुनियाभर में चर्चा का विषय बन चुका है. अब किम ने उत्तर कोरिया को परमाणु राष्ट्र घोषित करने का ऐलान किया है साथ ही एक ऐसा कानून बनाया है जिसमें कभी भी परमाणु हथियारों का खात्मा न करने की बात कही गई है. उत्तर कोरिया अपनी रक्षा के लिए किसी भी देश पर न्यूक्लियर अटैक कर सकता है और कानून में उसे रक्षा के लिए पहले हमले का अधिकार हासिल हो गया है. किम जोंग उन का कहना है कि देश की परमाणु स्थिति में कोई बदलाव नहीं आएगा और इसी वजह से यह कानून लाया गया है.
अपनी रक्षा के लिए हमले का अधिकार
उत्तर कोरिया 2017 के बाद पहली बार परमाणु परीक्षण फिर से शुरू करने की तैयारी कर रहा है. साल 2018 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और अन्य ग्लोबल लीडर्स के साथ ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन के बाद भी दुनिया किम को अपने हथियारों के विकास को छोड़ने के लिए मनाने में विफल रही. नॉर्थ कोरिया लगातार बैलिस्टिक मिसाइलों का टेस्ट कर रहा है और उसके नए ऐलान ने दुनिया की चिताओं को और बढ़ा दिया है. अब उसने अपने सैनिकों को देश की रक्षा के लिए किसी भी वक्त परमाणु हमला करने का कानूनी अधिकारी भी दे दिया है.
उत्तर की रबर-स्टैम्प संसद, सुप्रीम पीपुल्स असेंबली ने गुरुवार को नया कानून पारित किया जिसने देश की परमाणु स्थिति के बारे में खुलासा किया है. किम ने अपने एक भाषण में कहा कि परमाणु हथियार नीति को कानून बनाने का अत्यधिक महत्व एक अपरिवर्तनीय रेखा खींचना है ताकि हमारे परमाणु हथियारों पर कोई सौदेबाजी न हो सके. किम का साफ कहना है कि हम अपने परमाणु हथियारों का सरेंडर नहीं करेंगे भले ही इसके लिए हमें 100 साल का प्रतिबंध ही क्यों न झेलना पड़े.
कभी खत्म नहीं करेगा परमाणु हथियार
किम पहले भी चेतावनी दे चुका है कि परमाणु हथियार किसी देश की प्रतिष्ठा और ताकत का प्रतीक हैं. उन्होंने है अगर अमेरिका या फिर कोई और देश हमें धमकाने की कोशिश करता है तो हम न्यूक्लियर अटैक करने से भी पीछे नहीं हटेंगे. बयान के मुताबिक यह कानून एक परमाणु राष्ट्र के रूप में उत्तर कोरिया की स्थिति को मजबूत करने और अपनी परमाणु नीति के पारदर्शी बनाने के मकसद से लाया गया है.
उत्तर कोरिया पहले भी अपने परमाणु हथियारों को नष्ट करने के लिए तैयार नहीं था. उसका साफ कहना है कि जब तक किसी भी देश के पास ऐसे हथियार हैं वह अपने परमाणु हथियारों को खत्म नहीं करेगा. हालांकि उसकी ओर से यह भी कहा जा चुका है कि वह किसी गैर परमाणु संपन्न देश पर हमला नहीं करेगा. लेकिन किम के हालिया ऐलान से पूरी दुनिया के सामने उत्तर कोरिया को रोकना बहुत बड़ी चुनौती होगी क्योंकि सनकी तानाशाह किसी भी वक्त विनाशकारी फैसले ले सकता है.
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