वॉशिंगटन: अमेरिका के नए विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि उत्तर कोरिया के दौरे के दौरान उनकी उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से “अच्छी बातचीत” हुई और कहा कि परमाणु निरस्त्रीकरण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए किम मदद करने को तैयार हैं. एबीसी न्यूज के साथ एक विशेष साक्षात्कार में पोम्पियो ने यह टिप्पणी की. रविवार (29 अप्रैल) को प्रसारण से पहले इस साक्षात्कार के कुछ अंश जारी किए गए.


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अमेरिका के शीर्ष कूटनीतिज्ञ के तौर पर अपने पहले दौरे पर पोम्पियो फिलहाल पश्चिम एशिया में हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ किम की प्रस्तावित ऐतिहासिक शिखर वार्ता की जमीन तैयार करने के लिए ईस्टर के सप्ताहांत पर हुई इस गुप्त मुलाकात के बाद पोम्पियो ने किम को परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए “बहुत अच्छी तरह तैयार” बताया. उन्होंने कहा, “हमने उन मुश्किल विषयों पर गहन चर्चा की जिसका सामना दोनों देश कर रहे हैं.”


इस बीच रियाद में पोम्पियो रविवार (29 अप्रैल) को सऊदी अरब और इस्रायली नेताओं से मिलकर उन्हें ईरान के साथ परमाणु समझौता खत्म करने की ट्रंप की चेतावनी के बारे में जानकारी देंगे. यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा सीमा पर मिसाइल दागे जाने के कुछ ही देर बाद पोम्पियो यहां रियाद पहुंचे.


किम जोंग उन का एक और बड़ा ऐलान, उत्तर कोरिया मई में बंद करेगा अपने परमाणु परीक्षण स्थल
वहीं दूसरी ओर उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने शनिवार (28 अप्रैल) को दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई-इन के साथ हुई शिखर वार्ता में कहा कि वह अगले महीने देश के पुंगेरी स्थित परमाणु परीक्षण स्थल को बंद कर देंगे. मून के कार्यालय ने रविवार (29 अप्रैल) को यह जानकारी दी. समाचार एजेंसी योनहाप के मुताबिक, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून के मुख्य प्रेस सचिव यून योंग चान ने लाइव प्रसारण के दौरान कहा कि मून और किम जोंग के बीच इस बात पर भी सहमति बनी थी कि जब भी उत्तर कोरिया अपने परमाणु परीक्षण स्थल को बंद करेगा तो वह इसकी जानकारी सार्वजनिक करेगा.


दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई-इन के प्रवक्ता यून यंग-चान ने कहा कि किम ने यह टिप्पणी दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति के साथ शुक्रवार (27 अप्रैल) को सीमावर्ती गांव में अपनी शिखर वार्ता के दौरान कही और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपनी प्रस्तावित बैठक को लेकर सकारात्मक रवैया अपनाते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति यह समझेंगे कि वह ‘‘ऐसे शख्स नहीं’’ हैं जो अमेरिका की तरफ मिसाइल दागेंगे. मून और किम ने शिखर वार्ता के दौरान कोरियाई प्रायद्वीप के ‘‘पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण’’ की दिशा में काम करने का वादा किया था हालांकि इस संदर्भ में समय सीमा का कोई जिक्र नहीं था.


यून ने किम को उद्धृत करते हुए कहा, ‘‘एक बार हम बात शुरू करेंगे तब अमेरिका यह जानेगा कि मैं ऐसा शख्स नहीं हूं जो दक्षिण कोरिया, प्रशांत क्षेत्र या अमेरिका पर परमाणु हथियार छोड़ूंगा.’’ यून ने उत्तर कोरियाई नेता को उद्धृत करते हुये कहा, ‘‘हम अगर अक्सर बैठक करते हैं और अमेरिका के साथ विश्वासपूर्ण संबंध बनाते हैं तथा हमसे जंग और आक्रमण नहीं करने की संधि की जाती है तो हमें अपने परमाणु हथियार रखने की मुश्किल के साथ रहने की क्या जरूरत है ?’’ किम जोंग ने कहा कि वह सुरक्षा विशेषज्ञों और पत्रकारों को उत्तर कोरिया आने का न्यौता देंगे. यून के मुताबिक, किम जोंग ने कहा, "कुछ लोग कह रहे हैं कि हम उन परीक्षण स्थलों को बंद कर रहे हैं, जो कामकाज नहीं कर रहीं, लेकिन आपको बता दूं कि हमारे पास दो और इकाइयां हैं जो अच्छी स्थिति में हैं."