न्यूयॉर्क: उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु हथियारों और बैलिस्टिक मिसाइलों का लगातार परीक्षण कर रहा है और अपने कार्यक्रमों को पूरा करने के लिए साइबर अटैक से पैसे जुटा रहा है. इस बात का खुलासा संयुक्त राष्ट्र की कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट में हुआ है, जिसमें बताया गया है कि उत्तर कोरिया (North Korea) ने अपने परमाणु कार्यक्रमों को पूरा करने के लिए क्रिप्टोकरेंसी की चोरी की है.


उत्तर कोरिया ने की 316.4 मिलियन डॉलर की चोरी


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संयुक्त राष्ट्र (UN) की कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उत्तर कोरिया (North Korea) ने अपने परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों (Nuclear Weapons and Ballistic Missiles) को पूरा करने के लिए साइबर हमलों के जरिए 300 मिलियन डॉलर से ज्यादा यानी करीब 2300 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी चुराई है.


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2019 से नवंबर 2020 तक की वर्चुअल चोरी


संयुक्त राष्ट्र (UN) की की यह रिपोर्ट उत्तर कोरिया (North Korea) पर लगे प्रतिबंधों की निगरानी करने वाले एक्सपर्ट्स के पैनल की ओर से तैयार की गई है. इसमें बताया गया है कि उत्तर कोरिया ने साल 2019 से नवंबर 2020 के बीच 316.4 मिलियन डॉलर यानी करीब 2304 करोड़ रुपये की वर्चुअल चोरी की है. इसके साथ ही यह भी बताया गया है कि उत्तर कोरिया ने पैसे इकट्ठे करने के लिए वित्तीय संस्थानों और एक्सचेंजों को हैक किया था.


इन 2 बड़े हमलों में उत्तर कोरिया का हाथ


संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में बताया गया है कि सितंबर 2020 में एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर हुए साइबर हमले की जांच कर रहा था. इस हमले के जरिए 281 मिलियन डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी चुनाई गई थी. इसके एक महीने बाद 23 मिलियन डॉलर की एक और साइबर चोरी हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि इन साइबर हमलों का उत्तर कोरिया से संबंध है.
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