नई दिल्ली: अमेरिका में ओरलैंड के गे नाइट क्लब में 50 लोगों की मौत की नींद सुलाने वाले उमर मतीन ने उस खतरनाक हथियार का इस्तेमाल किया था जिसके जरिए कम वक्त में कई लोगों को मौत के घाट उतारा जा सकता है। मतीन ने उस AR-15 असाल्ट राइफल का इस्तेमाल किया जो अमेरिका में कई नरसंहारों के दौरान पहले भी इस्तेमाल किया जा चुका है। AR-15 और M-16 राइफल अमेरिका में सबसे पोपुलर राइफल माना जाता है जो वहां के लगभग 5 मिलियन लोग लाइसेंस लेकर इसे अपने पास रखते हैं।


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जब ओरलैंडो के नाइट क्लब में जुटे लोगों की मस्ती चरम पर थी उसी वक्त उमर मतीन अपने हाथ में AR-15 लिए क्लब में घुसा और धुआंधार 50 राउंड से भी ज्यादा फायरिंग करता रहा। जिसने 50 लोगों की जान ले ली। यह बंदूक अमेरिका में होने वाली अधिकतर मास शूटिंग में इस्तेमाल की जा रही है। इसकी एक मैगजीन से दर्जनों राउंड फायरिंग की जा सकती है और एक साथ कई लोगों को निशाना बनाया जा सकता है। गौर हो कि 2015 में कैलिफोर्निया के सैन बर्नार्डिनो में पिछले साल हुए आतंकी हमले से लेकर 2012 में कोलंबिया के ऑरोरा में एक सिनेमाहॉल में हुई मास शूटिंग और सैंडी हूक एलिमेंट्री स्कूल में हुई फायरिंग में हत्यारों ने इसी तरह की बंदूक का इस्तेमाल किया।


सेमी-ऑटोमेटिक रायफल की तरह दिखने वाली इस बंदूक में उच्च क्षमता वाली मैग्जीन लोड की जा सकती है। इससे  बिना रिलोडिंग के ही एक बार से 10 से ज्यादा राउंड फायर किया जा सकता है। AR-15 में AR का मतलब ArmaLite Rifle होता है। इसमें इस्तेमाल होने वाली कारतूस का डायमीटर 0.223 इंच होता है।


इस गन से निकली गोली की रफ्तार 3200 फीट प्रति सेकेंड होती है। इससे करीब 500 गज के दायरे में आने वाले लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाया जा सकता है। पूरी तरह से ऑटोमैटिक AR-15 राइफल पूरे अमेरिका में बिक्री के लिए उपलब्ध है। लेकिन इसे हासिल करना इतना आसान नहीं होता है इसके लिए काफी कानूनी पेपरवर्क की जरूरत है। हैरानी की बात यह है कि कि मतीन ने भी यह बंदूक कानून तरीके से हासिल किया था।