Asif Ali Zardari: ऐसा लग रहा है कि पाकिस्तान सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. गठबंधन की सरकार चला रहे शहबाज शरीफ को अब खुद राष्ट्रपति ने भी आंख दिखा दी है. असल में पाकिस्तान के राष्ट्रपति जरदारी ने कहा है कि हम जानते हैं कि सरकार कैसे बनाई और गिराई जाती है. जरदारी ने आईएमएफ समझौते और कर्ज पर निर्भर रहने को लेकर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सरकार की आलोचना की और कहा कि वह लोगों को उनके हाल पर नहीं छोड़ेंगे. इसके बाद उन्होंने कहा कि वे जानते हैं कि सरकार कैसे बनाई व गिराई जाती है, 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अगर पाकिस्तान ने कर राजस्व नहीं बढ़ाया तो..
दरअसल, जुलाई 2023 में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष आईएमएफ ने पाकिस्तान को तीन अरब अमेरिकी डॉलर का कर्ज देने के समझौते को मंजूरी दी थी, इस सप्ताह की शुरुआत में वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने आगाह किया था कि अगर पाकिस्तान ने कर राजस्व नहीं बढ़ाया तो उसे आईएमएफ से कर्ज लेने की जरूरत पड़ती रहेगी, 


'लोगों को उनके हाल पर नहीं छोड़ेंगे'
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर में जरदारी के हवाले से उनके बयान के बारे में बताया गया है. कहा गया कि आईएमएफ का कर्ज लोगों के लिए एक परीक्षा है, हम जानते हैं कि सरकार कैसे बनाई और गिराई जाती है...हम लोगों को उनके हाल पर नहीं छोड़ेंगे,” उन्होंने वादा किया कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) निर्णायक कदम उठाएगी,


इधर सरकार के अंदर ही फूट मची है तो उधर पाकिस्तान की एक आतंकवाद रोधी अदालत ने गुरुवार को कहा कि नौ मई की हिंसा से जुड़े मामले में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की हरकतें एक ‘‘आतंकवादी’’ के समान थीं, इसने कहा कि उन्होंने अपनी रिहाई के लिए दबाव बनाने के वास्ते पार्टी नेताओं को सैन्य प्रतिष्ठानों, सरकारी संपत्तियों और पुलिस अधिकारियों पर हमला करने का काम सौंपा. agency input