India Pakistan News: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान जाकर फिर कुछ बोला है. पहले भी वह जब-जब पाकिस्तान गए हैं, कांग्रेस के लिए असहज स्थिति पैदा कर लौटे. इस बार, पूर्व भारतीय राजनयिक ने कहा कि उनका जितना खुले दिल से पाकिस्तान में स्वागत हुआ है, उतना किसी और देश में नहीं हुआ. पाकिस्तानियों से गदगद होकर उन्होंने पाकिस्तान के साथ बातचीत से मना करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की. अय्यर पहले भी अपने विवादित बयानों के लिए भाजपा के निशाने पर रहे हैं. अब इन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत की वकालत की है.


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भारत की पॉलिसी पर सवाल?


‘डॉन’ अखबार ने अय्यर के हवाले से कहा, ‘मेरा अनुभव कहता है कि पाकिस्तानी दूसरे पक्ष को लेकर शायद जरूरत से अधिक प्रतिक्रिया देते हैं. अगर हम मित्रवत हैं तो उनका व्यवहार बहुत अधिक दोस्ताना होगा और अगर हम शत्रुतापूर्ण हैं तो उनका व्यवहार बहुत अधिक शत्रुतापूर्ण होगा.’ इस तरह से उन्होंने भारत की पॉलिसी पर ही सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने पाकिस्तानियों को 'भारत का सबसे बड़ा एसेट' बताया है. 


कांग्रेस सांसद ने लाहौर के अलहमरा में फैज महोत्सव के दूसरे दिन ‘हिज्र की राख, विसाल के फूल, भारत-पाक मामले’ शीर्षक वाले सत्र के दौरान यह टिप्पणी की. रिपोर्ट के अनुसार अय्यर ने कहा कि उनका किसी भी और देश में ऐसा खुले दिल से स्वागत नहीं किया गया, जैसा पाकिस्तान में किया गया।


जब मैं कराची में था...


उन्होंने कहा कि जब वह कराची में महावाणिज्य दूत के रूप में तैनात थे तो हर कोई उनकी और पत्नी की देखभाल किया करता था. अय्यर ने कहा कि उन्होंने अपनी पुस्तक ‘मेमोयर्स ऑफ ए मेवरिक’ में ऐसी कई घटनाओं के बारे में लिखा है, जो पाकिस्तान को भारतीयों की कल्पना से बिल्कुल अलग देश के रूप में दिखाती है. 


पीएम मोदी पर क्या कहा


अय्यर ने कहा कि सद्भावना की आवश्यकता थी लेकिन 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद पिछले 10 साल में सद्भावना के बजाय विपरीत स्थिति पैदा हुई है. 


जनवरी 2016 में पाकिस्तान के आतंकवादी समूहों द्वारा भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध और खराब हो गए. भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह पाकिस्तान के साथ बातचीत नहीं करेगा क्योंकि बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते. रिपोर्ट के अनुसार अय्यर ने कहा कि यह उम्मीद करना मूर्खतापूर्ण है कि भारत में हिंदुत्व विचारधारा वाली सरकार पाकिस्तान से बात करना चाहेगी.


पाकिस्तानी याद रखें कि...


अय्यर ने कहा, ‘मैं (पाकिस्तान के) लोगों से बस यही कहना चाहता हूं कि वे इस बात को याद रखें कि (प्रधानमंत्री) मोदी को कभी एक तिहाई से ज्यादा वोट नहीं मिले, लेकिन हमारी प्रणाली ऐसी है कि अगर उनके पास एक तिहाई वोट है तो उनके पास दो-तिहाई सीटें हैं इसलिए दो-तिहाई भारतीय आपकी (पाकिस्तानियों की) ओर आने को तैयार हैं.’


कांग्रेस नेता ने सुझाव दिया कि व्यापारियों, छात्रों और शिक्षाविदों को दोनों देशों की सरकारों को दरकिनार करते हुए भारत और पाकिस्तान के बाहर मिलना जारी रखना चाहिए.