HMPV Virus Outbreak in China: कोरोना वायरस के बाद अब चीन में नए वायरस HMPV आतंक देखने को मिल रहा है और अस्पतालों में भारी भीड़ दिख रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ऐसी स्थिति में चीन की यात्रा करना कितना सेफ है? अब चीन ने के प्रकोप की रिपोर्टों पर स्पष्टीकरण जारी किया है और बताया है कि विदेशियों के लिए देश की यात्रा करना सुरक्षित है. चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि यह प्रकोप सर्दियों के मौसम में होने वाली एक वार्षिक घटना है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सर्दियों में इस तरह की समस्या आम: चीन


चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि सर्दियों के मौसम में श्वसन संबंधी संक्रमण आम बात है, लेकिन इस साल ये रोग कम गंभीर प्रतीत होते हैं. चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने मीडिया को बताया, 'उत्तरी गोलार्ध में सर्दियों के मौसम में श्वसन संक्रमण चरम पर होता है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में चीन के अस्पतालों में भीड़भाड़ दिखाई दे रही है. इस पर चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा, 'बीमारियां पिछले साल की तुलना में कम गंभीर और कम पैमाने पर फैलती हुई दिखाई दे रही हैं.' उन्होंने आगे कहा कि चीन की यात्रा करना सुरक्षित है. उन्होंने कहा, 'मैं आपको आश्वस्त कर सकती हूं कि चीन सरकार चीनी नागरिकों और चीन में विदेशियों के स्वास्थ्य की परवाह करती है. चीन में यात्रा करना सुरक्षित है.'


चीन में वायरस की रिपोर्ट के बारे में भारत ने क्या कहा?


इस बीच, भारत के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) ने कहा है कि वह देश में श्वसन और मौसमी इन्फ्लूएंजा के मामलों पर बारीकी से नजर रख रहा है और ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) की रिपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के संपर्क में है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'हम स्थिति पर बारीकी से नजर रखेंगे और उसके अनुसार जानकारी और घटनाक्रमों की पुष्टि करेंगे.'


भारत में फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं


स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (DGHS) डॉ. अतुल गोयल ने कहा कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस किसी भी अन्य श्वसन वायरस की तरह है, जो सामान्य सर्दी का कारण बनता है. उन्होंने कहा, 'चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के प्रकोप के बारे में खबरें चल रही हैं. हालांकि, हमने देश (भारत) में श्वसन संबंधी प्रकोप के आंकड़ों का विश्लेषण किया है और दिसंबर 2024 के आंकड़ों में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं हुई है और हमारे किसी भी संस्थान से बड़ी संख्या में कोई मामले सामने नहीं आए हैं. वर्तमान स्थिति को लेकर चिंतित होने की कोई बात नहीं है.'
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी पीटीआई)