India Afghanistan News in Hindi: अफगानी प्याज ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के आंसू निकाल दिए हैं. अफगानिस्तान का प्याज पाकिस्तान में चर्चा का विषय बन गया है. इसकी वजह भारत है. दरअसल, भारत में प्याज की कीमतों को कंट्रोल करने के लिए सरकार ने अफगानिस्तान से 8 हज़ार टन प्याज आयात किया है. जो पाकिस्तान के रास्ते भारत पहुंचेगा. बस इस ख़बर से पाकिस्तान के आंसू निकल आए हैं. लेकिन क्यों, इसके लिए हमारी ये रिपोर्ट जानिए. 


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पाकिस्तानियों के क्यों निकल आए आंसू


अफगानिस्तान का प्याज क्या हुआ, बारूद हो गया. जिसने पाकिस्तान में हायतौबा मचा दी है. जी हां, अफगानी प्याज ने पाकिस्तानियों के आंसू निकाल दिये हैं. और पाकिस्तान में अफगानी प्याज चर्चा का विषय बन गया है. 


पाकिस्तानी मीडिया का कहना है, पहली बार ऐसा हुआ है कि क्रॉस बॉर्डर व्यापार में बढ़ावा हुआ है, अफगानिस्तान ने भारत को प्याज निर्यात की हैं पाकिस्तान के रास्ते. अब आप बॉर्डर गिन लें कितने आते हैं. एक तो अफगानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर इसमें इस्तेमाल हुआ. फिर इंडिया-पाकिस्तान का बॉर्डर इस्तेमाल हुआ. और आखिरकार प्याज भारत पहुंच गया.


अफगानिस्तान से 8 हजार टन प्याज मंगवा रहा भारत


दरअसल, प्याज के इस ऑर्डर से भारत और अफगानिस्तान के बीच व्यापार का रास्ता खुला है. भारत ने बढ़ते प्याज के दाम को देखते हुए अफगानिस्तान से प्याज आयात किया है. अफगानिस्तान से भारत 8000 टन प्याज आयात कर रहा है, जिसकी लागत करीब 10 करोड़ 67 लाख भारतीय रुपये होगी. अफगानी प्याज सड़क मार्ग से पाकिस्तान के रास्ते भारत पहुंचेगा. 


पहली बार अफगानिस्तान के कुनार से प्याज भारत आएगा. इससे कुनार के व्यापारी और किसानों में खुशी है. लेकिन दोनों देशों के बीच बढ़ते कारोबार से पाकिस्तान में मायूसी छाई है, क्योंकि पाकिस्तान और भारत के बीच कारोबार बंद है और इसकी वजह खुद पाकिस्तान है.


क्या कह रहे पाकिस्तान के एक्सपर्ट 


पाकिस्तान के डिफेंस एक्सपर्ट कमर चीमा कहते हैं, '8 हज़ार टन के करीब प्याज भारत को जायेगा, क्या पाकिस्तान भेज सकता है. क्या पाकिस्तान भारत को कुछ भेज सकता है. क्या इंडिया पाकिस्तान को कुछ भेजेगा. या फिर अफगानिस्तान ही फायदा उठा सकता है. क्या पाकिस्तान ने सबक ले लिया है, कि हमें कारोबार नहीं करना और हर चीज में सिक्योरिटी लेकर आनी है.'


कुनार का प्याज पाकिस्तान-अफगानिस्तान तोरखम बॉर्डर से आएगा. फिर भारत में वाघा बॉर्डर के रास्ते पहुंचेगा. अब इस व्यापारिक रिश्ते से पाकिस्तान क्यों रुआंसा है उसकी वजह समझिये.


भारत से व्यापार रोककर पाकिस्तान दूसरे देशों से सामान आयात करता है. जिसमें ट्रांसपोर्ट का खर्च बढ़ता और पाकिस्तान को वही सामान भारत के मुकाबले दोगुना कीमत पर मिलता है. अब पाकिस्तान का दुख ये कि अगर हुक्मरान भारत के साथ व्यापारिक रिश्ते बहाल करें तो देश की तस्वीर और तकदीर बदल सकती है.


'भारत की सब्जियां सेंट्रल एशिया तक जाएं'


कमर चीमा कहते हैं, 'भारत की जितनी सब्जियां हैं वो सेंट्रल एशिया तक जानी चाहिए और पाकिस्तान आनी चाहिए. इससे हमारे यहां भी सब्जियां सस्ती हो जाएंगी. इसे हम चाहते हैं, यही हमारी जरूरत है. ये हैं वो चीज करने वाली. क्या हम कर सकते हैं? क्या हम करेंगे? क्या हमसे होगा? ये सवाल ऐसे हैं जिनके बहुत मुश्किल जवाब हैं.' 


पाकिस्तान का बुद्धिजीवी वर्ग भले ही भारत के साथ रिश्तों की अहमियत समझता हो, लेकिन पाकिस्तान की राजनीतिक भारत से नफरत पर टिकी है. इसलिए हुक्मरान कभी नहीं समझेंगे. यही वजह है कि पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान के रिश्ते सिर्फ भारत से ही नहीं बल्कि अफगानिस्तान से भी खराब ही हुए हैं. 


पाकिस्तान ने अफगान शर्णार्थियों को देश से निकाल दिया है, जिसके बाद तालिबान के साथ उसके रिश्ते ज्यादा खराब हुए हैं. दूसरी तरफ भारत और अफगानिस्तान के रिश्ते नए दौर में पहुंच रहे हैं. जिससे पाकिस्तान बौखलाया हुआ है.