Pakistan Politics: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना आसान काम नहीं होगा. नवाज शरीफ मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी के प्रमुख हैं. नवाज की टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है, जब पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), पीएमएल-एन जैसे प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपनी चुनावी गतिविधियां तेज कर दी हैं. पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव होने हैं. 15 जनवरी को पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने ऐलान किया कि 8 फरवरी को चुनाव होने हैं. भारत की तरह पाकिस्तान में भी 5 साल पर चुनाव होता है. पिछला चुनाव 2018 में हुआ था और 2023 में अगला इलेक्शन होना था लेकिन अब ये चुनाव 2024 होगा. नवाज ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के शहर मानसेहरा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान दुनिया में पिछड़ गया है और देश को 'पुनर्निर्माण' करना होगा.


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नवाज शरीफ ने अपने कार्यकाल की तारीफ की


 


जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री के रूप में अपने पिछले कार्यकाल का जिक्र करते हुए नवाज ने कहा कि उनकी सरकार ने न केवल डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये को 104 तक सीमित कर दिया था, बल्कि नकदी की कमी वाले देश से बिजली कटौती को भी खत्म कर दिया था. उन्होंने नाम लिए बिना पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और उसके संस्थापक इमरान खान के खिलाफ ताजा हमला बोला और अफसोस जताया कि खैबर पख्तूनख्वा के लोगों ने एक 'झूठे' को वोट दिया.


नवाज ने जनता से किया ये वादा


पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने महंगाई को काबू में करने का वादा करते हुए लोगों को भरोसा दिया कि अगर वो सरकार में आए तो उनकी सरकार रोजगार देगी. इतना ही नहीं उन्होंने मानसेहरा के जनता से वादा भी किया कि सरकार बनी तो जिले में हवाई अड्डा बनवाएंगे.


तीन बार रह चुके हैं प्रधानमंत्री


आपको बता दें नवाज शरीफ तीन बार पाकिस्तान के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रह चुके हैं. पहली बार (नवंबर 6, 1990 - अप्रैल 18, 1993), दूसरी  बार (मई 26, 1993 - जुलाई 18, 1993), तीसरी बार(5 जून 2013 से 01 अगस्त 2017) . नवाज शरीफ पाकिस्तान के पहले व्यक्ति हैं जो तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके हैं. ये तीन कार्यकाल में 9 साल 215 दिनों के लिए प्रधानमंत्री रह चुके हैं, जो कि अब तक के सबसे ज्यादा दिनों तक पीएम रहने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं. इनको 2017 में पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर केस में प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य ठहराया था.
(इनपुट: एजेंसी)