Pakistan: इजरायल और ईरान के बढ़ते तनाव के बीच प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने एक बार फिर ईरान पर जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है. ब्रिटेन और जर्मनी के विदेश मंत्रियों से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा है कि दोस्त देशों की सलाह का सम्मान है लेकिन इजरायल अपनी रक्षा का फैसला खुद करेगा. इसी बीच पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल मुनीर ने भी कसम खा ली है. आइए जानते हैं मुनीर ने क्यों खाई कसम, क्या है पूरा मामला. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मुनीर की कसम
पाकिस्तान में इन दिनों आतंकवादी हमले तेज हो गए हैं. आए दिन सेना और जनता खामियाजा भुगत रही है. अफगानिस्तान की सीमा से लगातार पाकिस्तान में तनाव पैदा किया जा रहा है. इसको देखते हुए पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने मंगलवार को आतंकवाद से उत्पन्न खतरे को "स्थायी रूप से खत्म" करने की कसम खाई है. 

सेना की तारीफ 
सेना की मीडिया विंग के एक बयान के अनुसार, जनरल मुनीर ने जीएचक्यू रावलपिंडी में आयोजित 264वें कोर कमांडर्स कॉन्फ्रेंस (सीसीसी) की अध्यक्षता की, जहां उन्होंने सैन्य शीर्ष अधिकारियों को भी संबोधित किया. इस दौरान मुनीर ने सबसे पहले पाकिस्तानी सेना की तारीफ की. उनका कहना था कि पाकिस्तानी सेना और अन्य कानून-प्रवर्तन एजेंसियों (एलईए) के अथक प्रयासों से हमने देश में आतंकवादी गतिविधियों पर रोक लगाई है. कई आतंकवादी हमलों को सफलतापूर्वक विफल किया है.आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान प्रमुख आतंकवादी कमांडरों को मारा भी गया है. 


आतंकी हमलों की निंदा
उनका कहना था कि देश की सशस्त्र बल आतंक के खतरे को हमेशा के खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है. कॉन्फ्रेंस में हाल ही में चीनी नागरिकों पर हुए आतंकी हमले और बलूचिस्तान में हुए विभिन्न आतंकी हमलों की भी निंदा की गई. कॉन्फ्रेंस में फलस्तीनी लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की गई।. सैन्य अधिकारियों ने गाजा में मानवाधिकारों के उल्लंघन और नरसंहार की निंदा की. सैन्य अधिकारियों ने पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यदि तनाव को कम नहीं किया गया तो क्षेत्रीय संघर्ष बढ़ सकता है।  


अफगानिस्तान पर निशाना 
बैठक में इस बात की भी जानकारी दी गई कि कैसे अफगानिस्तान से संचालित होने वाले आतंकवादी समूह पाकिस्तान और उसके आर्थिक हितों, विशेषकर चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के खिलाफ प्रॉक्सी के रूप में कार्य करने के अलावा, क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं. सशस्त्र बलों को हतोत्साहित करने वाले दुर्भावनापूर्ण प्रचार अभियान पर चिंता व्यक्त करते हुए मुनीर ने कहा कि ये पाकिस्तान के लोगों और सशस्त्र बलों के बीच दरार पैदा करने के प्रयास हैं. "हम ऐसे प्रयासों को सफल नहीं होने देंगे और कानून और संविधान के अनुसार कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी." बहुत जल्द पूरी तरह से आतंक के खात्मे के लिए हम प्रयासरत हैं. और इसे पूरा करके ही दम लेंगे.