नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के युद्ध (Ukraine-Russia War) से हर जगह अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है. यूक्रेन (Ukraine) में फंसे कई देशों के छात्र अपने-अपने देश से उनकी मदद करने की अपील कर रहे हैं. भारत ने ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) के तहत अपने 12,000 छात्रों को यूक्रेन से सकुशल बाहर निकाल लिया है.


भारतीय तिरंगे ने की पाकिस्तानी छात्रों की मदद


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यूक्रेन (Ukraine) में चल रही खौफनाक परिस्थिति में भारत के तिरंगे (Indian National Flag) ने ना सिर्फ भारतीयों (Indians) की रक्षा की बल्कि पाकिस्तानी और तुर्की छात्रों (Pakistani and Turkish Students) की भी मदद की. भारतीय छात्रों (Indian Students) के मुताबिक कई चेक पॉइंट्स पर तिरंगे को देख उन्हें आसानी से क्लियरेंस मिल रहा था.


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भारत की ताकत से वाकिफ हुई दुनिया


कुछ भारतीय छात्रों (Indian Students) ने बताया कि पाकिस्तानी और तुर्किश स्टूडेंट्स भी तिरंगा लेकर चेक पॉइंट्स पार कर गए. भारत के तिरंगे ने ना सिर्फ हमारी जान बचाई बल्कि दूसरे देश के छात्रों की भी मदद की. उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी और तुर्की छात्र (Pakistani and Turkish Students) भी भारत का तिरंगा अपने हाथों में लिए हुए थे. 



युद्ध से तबाही जारी


रूस (Russia) के हमले से यूक्रेन (Ukraine) को भारी नुकसान हुआ है. लोगों के जीवन से लेकर कारोबार तक हर चीज पर गहरा असर देखने को मिल रहा है. इस लड़ाई का जाहिर तौर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर (International Level) पर भी प्रभाव पड़ेगा.


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भारत ना ही सपोर्टर और ना ही विरोधी


बता दें कि भारत (India) ने फिलहाल इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है. भारत (India) को पश्चिमी देशों से, जो कि यूक्रेन (Ukraine) के साथ खड़े हैं, होने वाला फायदा और रूस (Russia) के साथ भारत का रक्षा व्यापार और कूटनीतिक रिश्ता देश को असमंजस में घेरे हुआ है. यही कारण है कि भारत (India) ना तो किसी का समर्थन कर रहा है और ना ही विरोध.


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