वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जलद ही ईरान के नेताओं के साथ बैठक कर सकते हैं. ईरान की अघोषित यात्रा पर गए अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा , ‘‘तेहरान में सत्ता को यह समझना चाहिए कि यदि वे या उनकी ओर से कोई ओर अमेरिकी हितों या नागरिकों के खिलाफ किसी भी प्रकार से हमला करता है तो अमेरिका त्वरित एवं निर्णायक कार्रवाई करके उसका जवाब देगा.’’ अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दी है कि यदि वह या उसकी ओर से कोई और अमेरिकी हितों या नागरिकों पर किसी भी प्रकार हमला करता है उसका 'त्वरित एवं निर्णायक' जवाब दिया जाएगा.


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ईरान ने चुना हिंसा का विकल्पः पोम्पिओ
उन्होंने कहा, ‘‘ईरान को हमारे संयम को संकल्प की कमी समझने की भूल नहीं करनी चाहिए. अभी तक ईरानी शासन ने हिंसा का विकल्प चुना है और हम तेहरान के उन लोगों से शासन का यह व्यवहार बदलने की अपील करते हैं जो तनाव कम करके समृद्ध भविष्य की राह देखते हैं.’’ पोम्पिओ ने अमेरिकी राष्ट्रपति के उस बयान का जिक्र करते हुए यह बात की, जब डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को कहा था कि वह ‘‘किसी दिन ईरान के नेताओं के साथ बैठक करना चाहते थे ताकि कोई समझौता किया जा सके और इससे भी जरूरी यह है कि ईरान जिस भविष्य का हकदार है, उसे वह देने की दिशा में कदम उठाया जा सके.’’ 


ईरान के कारण बढ़ा है तनाव
पोम्पिओ ने आरोप लगाया कि ईरान ने हालिया सप्ताह में अपने कदमों और बयानों से तनाव और बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगियों का रुख साफ है: ‘‘हम युद्ध नहीं चाहते’’. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन 40 वर्षों से अमेरिकी जवानों की हत्या, अमेरिकी केंद्रों पर हमले और अमेरिकियों को बंदी बनाया जाना इस बात की लगातार याद दिलाते हैं कि हमें अपनी रक्षा में कदम उठाने ही होंगे.’’ 


(इनपुटः भाषा)