Russia-China Relations: पुतिन-जिनपिंग की वीडियो मीटिंग पर भड़का अमेरिका, बीजिंग को दी ये चेतावनी
Putin-Jinping video call: शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वीडियो लिंक के जरिए द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय समस्याओं पर चर्चा की. कॉल के दौरान पुतिन ने शी को अगले साल मॉस्को आने का न्यौता दिया.
Russia Ukraine War: संयुक्त राज्य अमेरिका यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस के साथ बढ़ती चीन नजदीकियों को लेकर चिंतित है और इस बारे में बीजिंग की गतिविधियों पर बारीकी से निगरानी कर रहा है कि क्या चीन मास्को को कोई सैन्य या प्रतिबंध हटाने में सहायता प्रदान कर रहा है.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने शुक्रवार को अमेरिकी ब्रॉडकास्टर सीएनएन को दिए एक बयान में कहा, "बीजिंग तटस्थ होने का दावा करता है, लेकिन उसका व्यवहार स्पष्ट करता है कि वह अभी भी रूस के साथ घनिष्ठ संबंधों में निवेश कर रहा है."
बता दें शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वीडियो लिंक के जरिए द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय समस्याओं पर चर्चा की. कॉल के दौरान पुतिन ने शी को अगले साल मॉस्को आने का न्यौता दिया.
प्रवक्ता ने कहा, "संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप ने पीआरसी (पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के लिए रूस को सैन्य सहायता प्रदान करने या प्रतिबंधों से बचने के लिए व्यवस्थित सहायता प्रदान करने के परिणामों की चेतावनी दी है."
‘वे खुद को इतिहास के गलत पक्ष में पाएंगे’
विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका बीजिंग की गतिविधि पर बारीकी से नजर रख रहा है और कहा कि "जो लोग इस अन्यायपूर्ण युद्ध में मास्को के साथ हैं वे अनिवार्य रूप से खुद को इतिहास के गलत पक्ष में पाएंगे."
प्रवक्ता ने कहा, "दुनिया यह देख रही है कि कौन से राष्ट्र स्वतंत्रता, आत्मनिर्णय और संप्रभुता के बुनियादी सिद्धांतों के लिए खड़े हैं, और कौन से देश रूस के पूर्व-निर्धारित और अकारण पसंद के युद्ध में खड़े हैं या उसका समर्थन करते हैं."
‘चीन-रूस को रणनीतिक समन्वय को मजबूत करना चाहिए’
बता दें चीनी राष्ट्रपति ने शुक्रवार को अपने रूसी समकक्ष से कहा कि दोनों देशों को अपने रणनीतिक समन्वय को मजबूत करना चाहिए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शी ने जोर देकर कहा कि दोनों पक्षों को अर्थव्यवस्था, व्यापार और ऊर्जा में आगे सहयोग के लिए मौजूदा तंत्र का अच्छा उपयोग करना चाहिए.
चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था रूस और अन्य देशों के साथ व्यवस्थित तरीके से सामान्य सीमा पार यात्रा फिर से शुरू करने के लिए तैयार है.
(इनपुट - एजेंसी)