Russia Ukraine War: यूक्रेन को साल के आखिर तक रूस के आगे घुटने टेकने पड़ सकते हैं. अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के निदेशक बिल बर्न्स ने यह चेतावनी दी है. बर्न्स के मुताबिक, अगर अमेरिका ने यूक्रेन को और मिलिट्री मदद नहीं भेजी तो उसकी हालत पतली हो जाएगी. अमेरिकी कांग्रेस में अब तक बहस ही चल रही है कि यूक्रेन को सैन्य सहायता भेजी जाए या नहीं. सीआईए डायरेक्टर का बयान यूक्रेन के लिए खतरे की घंटी है. पिछले महीने, बर्न्स ने सीनेट कमेटी के सामने भी ऐसी ही आशंका जाहिर की थी. तब उन्होंने कहा था कि यूक्रेन को इस साल बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. गुरुवार को बर्न्स ने चेताया कि यूक्रेन को युद्ध भूमि में हार का सामना करना पड़ सकता है. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, बर्न्स ने कहा, 'मिलिट्री मदद से जो बूस्ट मिलेगा, मुझे लगता है कि उससे यूक्रेनी 2024 में मोर्चा संभाले रख सकते हैं. लेकिन मदद के बिना हालात काफी बिगड़ सकते हैं. इस बात का खतरा वास्तविक है कि यूक्रेन को 2024 के आखिर तक युद्ध में हार झेलनी पड़ सकती है या फिर पुतिन ऐसी पोजिशन में होंगे जहां वे राजनीतिक समझौते की शर्तें तय कर सकें.'


'अमेरिकी मदद नहीं पहुंची तो यूक्रेन की हार तय'


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CIA डायरेक्टर ने यह साफ नहीं किया कि यह 'हार' किस रूप में होगी. बर्न्स के मुताबिक, फिलहाल यूक्रेनी सेना की हालत खराब है. उनके पास रूसी हमलों का जवाब देने के लिए पर्याप्त गोला-बारूद नहीं बचा है. अमेरिका और उसके सहयोगियों के मदद न भेज पाने की वजह से यूक्रेन के पास हथियारों  और सैन्य उपकरणों की कमी हो गई है. CNN ने खुफिया सूत्रों के हवाले से कहा कि अगर मदद नहीं पहुंचती, तब भी रूस पूरी तरह यूक्रेन पर कब्जा नहीं कर पाएगा. उनके मुताबिक, रूस इतना इलाका जरूर हथिया लेगा कि वह युद्ध क्षेत्र की सीमाएं खुद तय कर सके और फिर उसी सूरत में सीजफायर लागू कर देगा. रूस ने कुछ ऐसा ही 2014 में किया था जब उसने क्रीमिया पर कब्जा किया था. यूक्रेन के लिए यह 'हार' से कम नहीं होगा.


'हमारे पास है वो पॉवर जो करवा सकता है रूस-यूक्रेन के बीच सीजफायर, वो दो घंटे तो याद ही होंगे'


'रूस से हारा यूक्रेन तो तीसरा विश्व युद्ध छिड़ जाएगा'


रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुए 780 से ज्यादा दिन गुजर चुके हैं. बर्न्स का बयान युद्ध की ताजा सूरत बयान करता है. अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद के लिए सीनेट की मंजूरी मांगी है. शनिवार को इस पर वोटिंग होगी. दूसरी तरफ, यूक्रेन को भी हार का अंदेशा है. प्रधानमंत्री डेनिस शिमहाल ने BBC से कहा कि अगर यूक्रेन की हार होती है तो 'तीसरा विश्व युद्ध' होगा. शिमहाल ने अमेरिकी कांग्रेस से अटके पड़े मदद वाले बिल को पारित करने की अपील करते हुए यह आशंका जाहिर की.


उन्होंने कहा, 'अगर हमने रक्षा नहीं की तो यूक्रेन ढह जाएगा. सुरक्षा की वैश्विक प्रणाली नष्ट हो जाएगी... और पूरी दुनिया को सुरक्षा की एक नई प्रणाली खोजने की जरूरत होगी. या, कई संघर्ष होंगे, इस प्रकार के कई युद्ध होंगे, और आखिर में, यह सब तीसरे विश्व युद्ध का कारण बन सकता है.' यूक्रेन पहले भी कहता रहा है कि अगर रूस जीता तो तीसरा विश्व युद्ध होना तय है.