नई दिल्ली: रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) ने मंगलवार को एक ऐसा कानून पारित किया है, जिसके बाद पद से हट जाने पर भी उन पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं होगा. इस कानून के आने के बाद न तो उन पर केस चलाया जा सकेगा न ही गिरफ्तारी होगी. 


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राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन का लाया ये नया कानून (New Law) देश के राष्ट्रपति को पद से हटने के बाद भी आजीवन आपराधिक मामलों से बचाएगा. यही नहीं, पूर्व राष्ट्रपति के साथ ही उनके परिवार के लोगों से भी पूछताछ नहीं की जा सकेगी और वो जांच के दायरे से बाहर होंगे.  ये बिल मंगलवार को ऑनलाइन ​पब्लिश किया गया था.


नए कानून के लागू होने के बाद कोई भी राष्ट्रपति (Russian President)  पद छोड़ने के बाद भी सीनेटर रहेगा और उस पर किसी भी तरह का आपराधिक मामला नहीं चलाया जा सकता. नया कानून पूर्व राष्ट्रपतियों और उनके परिवारों को आपराधिक मामलों में पूछताछ, गिरफ्तारी सभी बातों से इम्युनिटी यानी प्रतिरक्षा देता है. 



2000 से सत्ता में बने हुए हैं पुतिन


इसी साल रूस में जनमत संग्रह हुआ था जिसके बाद संविधान संशोधन किया गया. इसके तहत पुतिन (Vladimir Putin) साल 2036 तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे. 68 वर्षीय व्लादिमिर पुतिन साल 2000 से सत्ता में बने हुए हैं. 


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मंगलवार को राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) ने बिल पर हस्ताक्षर किए हैं. ये कानून पूर्व राष्ट्रपति को सीनेट या फेडरेशन काउंसिल में आजीवन सदस्यता देगा.


इससे पहले पुतिन के खराब स्वास्थ्य को लेकर ये कयास लगाए जा रहे थे कि वह पद से इस्तीफा दे सकते हैं. 


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