Indian Worker Death In Italy: पिछले दिनों पूरी दुनिया की निगाहें इटली पर थीं. ताकतवर G7 देशों के मुखियां यहां बैठक के लिए जमा हुए थे. प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के बुलावे पर पीएम नरेंद्र मोदी भी इटली गए थे. इटली में भारतीयों के योगदान पर खूब बातें हुईं लेकिन अगले ही सप्ताह कुछ ऐसा घटा जो मानवता पर धब्बा है. एक भारतीय कामगार को गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद सड़क पर कूड़े की तरह छोड़ दिया गया. बाद में उसकी मौत हो गई. मामले ने तूल पकड़ा तो इटली की श्रम मंत्री मरीना काल्डेरोन को संसद में बयान देना पड़ा. मंत्री ने कहा कि यह घटना 'बर्बरता' है.


'कूड़े के ढेर की तरह फेंककर चले गए'


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सतनाम सिंह नाम के भारतीय को सड़क किनारे मरने के लिए छोड़ दिया गया. सिंह वहां के ग्रामीण इलाके (लैटिना) में स्थित एक खेत पर काम करते थे. सोमवार को घास काटते समय उनका हाथ कट गया. खेत वाले सतनाम को उसी हालत में उसके घर के बाहर छोड़कर गायब हो गए. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पत्नी और दोस्तों ने पुलिस को खबर की. फिर सतनाम के घर पर एयर एंबुलेंस भेजी गईं. रोम के अस्पताल में तमाम कोशिशों के बावजूद सतनाम को बचाया नहीं जा सका.


सतनाम की उम्र 30 से 31 साल के बीच बताई जाती है. वह बिना कानूनी दस्तावेजों के इटली में काम कर रहे थे. वह जिस लैटिना इलाके में काम करते थे, वहां बड़ी संख्या में भारतीय मजदूर रहते हैं. इटली की ट्रेड यूनियन Flai CGIL ने न्यूज एजेंसी AFP को बताया कि सिंह जिनके यहां नौकरी करता था, उन्होंने मदद के बजाय 'कूड़े के ढेर की तरह उसे घर के पास फेंक दिया'.


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इटली की संसद में क्या बयान आया?


AFP के अनुसार, काल्डेरोन ने संसद को संबोधित करते हुए कहा कि 'लैटिना के ग्रामीण इलाकों में एक गंभीर दुर्घटना का शिकार हुए और बहुत गंभीर परिस्थितियों में छोड़े गए भारतीय कृषि मजदूर की मृत्यु हो गई है.' काल्डेरोन ने इस घटना को 'बर्बरता का एक सच्चा कृत्य' बताया. उन्होंने उम्मीद जताई कि जिम्मेदार लोगों को उनकी हरकत का अंजाम भुगतना होगा. अधिकारी फिलहाल मामले की जांच कर रहे हैं.


विदेश मंत्रालय भी संपर्क में


घटना की जानकारी विदेश मंत्रालय तक भी पहुंची. इटली में भारतीय दूतावास ने इस दुखद घटना की पुष्टि की है. अपने आधिकारिक X हैंडल पर दूतावास ने कहा, 'दूतावास को इटली के लैटिना में एक भारतीय नागरिक की दुर्भाग्यपूर्ण मौत की जानकारी है. हम स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में हैं. परिवार से संपर्क करने और कांसुलर सहायता प्रदान करने के प्रयास जारी हैं.'



विपक्षी दल ने भी घेरा


इटली की विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी ने कहा कि यह इलाका मजदूरों के शोषण के लिए कुख्यात है. पार्टी ने घटना को 'सभ्यता की हार' बताया. पार्टी ने गैंगमास्टरों के खिलाफ लड़ाई जारी रखने और सभी व्यक्तियों के लिए सम्मानजनक और मानवीय जीवन और कार्य की स्थिति सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया.


डेमोक्रेटिक पार्टी ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि जिन परिस्थितियों में सतनाम सिंह को 'काम करने के लिए मजबूर किया गया', वे वह उपयुक्त नहीं थीं. पार्टी ने आगे कहा, 'डेमोक्रेटिक पार्टी के रूप में हम सतनाम सिंह की पत्नी और उनके सभी प्रियजनों के बहुत करीब हैं, हम जानते हैं कि अलगाव का गहरा दर्द दोहरी हिंसा की नाटकीय जागरूकता से जुड़ा है.'