रियाद: मस्जिदों (Mosque) पर लगे लाउडस्पीकर्स (Loudspeakers) को लेकर मुस्लिम देश सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने कड़ा कदम उठाया है. सऊदी सरकार ने लाउडस्पीकर्स का सीमित इस्तेमाल करने को कहा है. इस्लामिक मामलों के मंत्री अब्दुललतीफ अल-शेख (Abdul latif al-Sheikh) ने इस संबंध में एक सर्कुलर जारी किया. जिसमें मस्जिदों को केवल अजान (नमाज के लिए बुलावा) और इकामत (नमाज के लिए तकबीर) के लिए ही लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करने की बात कही गई है. सरकार के इस आदेश से मुस्लिम कट्टरपंथी भड़क उठे हैं.


Tweet कर दी जानकारी 


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सऊदी अरब सरकार ने ट्वीट के माध्यम से भी नए नियमों की जानकारी मुहैया कराई है. जिसमें कहा गया है कि लाउडस्पीकर के वॉल्यूम को उसकी क्षमता का एक तिहाई रखा. साथ ही नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है. एक ट्वीट में कहा गया है, ‘इस्लामी मामलों के मंत्रालय ने एक सर्कुलर जारी किया है. इसके मुताबिक मस्जिदों से जुड़े लोगों को बाहरी लाउडस्पीकर्स का इस्तेमाल सिर्फ अजान और इकामत के लिए करना होगा. साथ ही आवाज भी कम रखनी होगी’.


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दो सालों से जारी था मंथन


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सऊदी अरब में दो साल पहले मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर्स के इस्तेमाल को लेकर विचार शुरू हुआ था. इसके बाद अब सरकार ने यह सर्कुलर जारी किया है. माना जा रहा है कि लाउडस्पीकर्स की आवाज कम रखने का निर्देश इसलिए दिया गया है, ताकि लोगों को इससे परेशानी न हो. गौरतलब है कि लाउडस्पीकर की आवाज को लेकर भारत में भी सवाल उठ चुके हैं.


2019 में भी दिया था आदेश


वैसा, यह पहली बार नहीं हुआ कि सऊदी मंत्रालय ने देश की मस्जिदों के लाउडस्पीकर्स को लेकर कोई आदेश दिया है. इस्लामिक मामलों को देखने वाले मंत्री ने अप्रैल 2019 में भी रमजान के दौरान मस्जिदों के लाउडस्पीकर्स का वॉल्यूम कम रखने के लिए कहा था. तब इस आदेश पर सवाल भी थे और अब भी बवाल शुरू हो गया है. कट्टरपंथी संगठन इसके खिलाफ उतर आये हैं.