SCO Summit: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर सहयोग संगठन (SCO) के एक सम्मेलन में शामिल होने के लिए इस्लामाबाद पहुंचे. पाकिस्तान कड़ी सुरक्षा के बीच एससीओ बैठक की मेजबानी कर रहा है. राजधानी इस्लामाबाद में लॉकडाउन जैसे हालात हैं. बैठक लेकर पूरे शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. वहीं, बुधवार यानी आज मुख्य सम्मेलन होगा. पाकिस्तान में एससीओ की मीटिंग से ज्यादा भारत के विदेश मंत्री जयशंकर के पहुंचने की चर्चा है. सभी की निगाहें लगी हुई हैं कि आखिर जयशंकर पाकिस्तान में क्या-क्या करते हैं. आइए जानते हैं कि आखिर मंगलवार से बुधवार दोपहर तक जयशंकर ने क्या-क्या किया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जयशंकर ने सुबह की सैर
मंगलवार को जयशंकर ने पाकिस्तान स्थित इंडियन हाई कमीशन कैंपस में सुबह की सैर जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर जयशंकर ने शेयर की हैं.  जिसमें वह भारतीय उच्चायोग के परिसर में कई अन्य लोगों के साथ सुबह की सैर पर निकले हैं. विदेश मंत्री ने एक्स पर लिखा, 'पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग की टीम के सहकर्मियों के साथ हमारे हाई कमीशन कैंपस में सुबह की सैर."



पीएम मोदी की मां के नाम लगाया पौधा
जयशंकर ने आज पाकिस्तान में भारतीय हाई कमीशन के परिसर में पौधरोपण भी किया. जयशंकर ने भारत सरकार के ‘एक पेड़ माँ के नाम’ (Plant 4 Mother) अभियान के तहत अर्जुन का पौधा लगाया और उसमें खाद डालने के साथ ही पानी भी दिया. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर फोटो शेयर करते हुए इसकी जानकारी दी.



क्या है जयशंकर का मिशन?
विदेश मंत्री एससीओ (शंघाई सहयोग संगठन) शासनाध्यक्ष परिषद (सीएचजी) की 23वीं बैठक में भाग लेने के लिए इस्लामाबाद में हैं. आयोजन की शुरुआत मंगलवार शाम को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की ओर से दिए गए वेलकम डिनर के साथ हुई. यह 9 साल में किसी भारतीय विदेश मंत्री की पहली पाकिस्तान यात्रा है. पूर्व विदेश मंत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज ने अफगानिस्तान पर एक सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेने के लिए 2015 में इस्लामाबाद का दौरा किया था.


मंगलवार को नूर खान एयरबेस पर पहुंचे जयशंकर
मंगलवार दोपहर को विदेश मंत्री जयशंकर के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल रावलपिंडी के नूर खान एयरबेस पर पहुंचा. मंगलवार को जयशंकर के रवाना होने से पहले विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, "एससीओ सीएचजी बैठक प्रतिवर्ष आयोजित की जाती है और संगठन के व्यापार और आर्थिक एजेंडे पर केंद्रित होती है. विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. भारत एससीओ फ्रेमवर्क में सक्रिय रूप से शामिल है."


एससीओ बैठक में और कौन हैं शामिल
एससीओ के अन्य सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व चीन, रूस, बेलारूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के साथ-साथ ईरान के प्रथम उपराष्ट्रपति करेंगे. मंगोलिया के प्रधानमंत्री (पर्यवेक्षक राज्य) और मंत्रिपरिषद के उपाध्यक्ष, तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्री (विशेष अतिथि) भी बैठक में भाग ले रहे हैं.


24 घंटे रहने की उम्मीद
हालांकि विदेश मंत्री जयशंकर के इस्लामाबाद में केवल 24 घंटे रहने की उम्मीद है और बैठक के दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय बैठक निर्धारित नहीं है लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान में सत्तारूढ़ सरकार के कई मंत्रियों और विपक्षी नेताओं ने घरेलू राजनीतिक लाभ के लिए उनके आगमन पर ध्यान केंद्रित कर रखा है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सांसद और खैबर-पख्तूनख्वा (केपी) के सूचना सलाहकार बैरिस्टर मुहम्मद अली सैफ ने जयशंकर को पीटीआई कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए आमंत्रित किया, जो देश की राजधानी में विरोध रैली कर रहे हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार को इस्लामाबाद में एससीओ शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का स्वागत किया है.