Sonia Gandhi Family History: कांग्रेस का गांधी परिवार देश की प्रमुख राजनीतिक शख्सियत होने के नाते अक्सर चर्चा में बना रहता है. पार्टी की मुखिया सोनिया गांधी मूल रूप से इटली की रहने वाली हैं. उनकी माता पाओला माइनो का 27 अगस्त को निधन हुआ और 28 अगस्त को उनका अंतिम संस्कार किया गया. उन्हें देखने के लिए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी इटली गए थे. ऐसे में लोगों में सोनिया गांधी के परिवार के बारे में जानने के लिए उत्सुकता एक बार फिर बढ़ गई है. आज हम आपकी इस उत्सुकता को शांत करते हुए उनकी फैमिली ट्री के बारे में विस्तार से बताते हैं.


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ओरबसानो में बसा है सोनिया गांधी का परिवार


सोनिया गांधी मूल रूप से इटली के वेनेतो शहर के लूसियाना इलाके की रहने वाली हैं. उनके पिता का नाम स्टेफनो माइनो और मां का नाम पाओला माइनो था. उनका परिवार रोमन कैथोलिक ईसाई धर्म को मानता है. बाद में उनका परिवार ट्यूरिन के ओरबासानो में जाकर बस गया था. वहीं पर सोनिया गांधी ने पढ़ाई लिखाई की. 


परिवार में बची हैं दो बहनें


सोनिया गांधी के मायके में उनके मां-बाप के अलावा दो बहनें भी हैं. इनमें से एक बहन सोनिया गांधी से छोटी हैं, जबकि एक बहन बड़ी है. सोनिया गांधी से छोटी बहन का नादिया है. उनकी शादी स्पेन के एक राजनयिक से हुई है. वे अब स्पेन में रहती हैं. वहीं बड़ी बहन का नाम अनुष्का और उनकी बेटी का नाम अरुणा है. उन्होंने ओरबासानो में ही रहने वाले वॉल्टर विंची से शादी की है. वे अपनी मां के साथ ही रहती थीं. उनकी बेटी अरुणा ओरबसानो में ही भारतीय उत्पादों से जुड़ी दुकान चलाती हैं.


मुसोलिनी के समर्थक रहे हैं पिता


अगर सोनिया गांधी के पिता स्टेफनो माइनो की बात की जाए तो इटली के फासिस्ट नेता बेनितो मुसोलिनी के जबरदस्त समर्थक रहे थे और उसकी राष्ट्रीय फासीवादी पार्टी का भी हिस्सा थे. जर्मनी के साथ मुसोलिनी का गठबंधन होने की वजह से वे हिटलर की सेना के साथ रूस लड़ने भी गए थे. वहां पर रूसी सेना ने उन्हें युद्धबंदी बना लिया गया था. 


रूस के खिलाफ लड़ी थी जंग


सेकंड वर्ल्ड वार खत्म होने के बाद जब उन्हें रिहा किया गया तो इटली लौटने के बाद उन्होंने वर्ष 1960 के दशक में कंस्ट्रक्शन बिजनेस शुरू किया था. देखते ही देखते वे इटली के सफल कारोबारियों में शामिल हो गए थे. हालांकि सोनिया गांधी की मां पाओला माइनो सामान्य गृहिणी ही रहीं. उन्होंने तीनों बेटियों को पालने और रोमन कैथोलिक ईसाई धर्म से जुड़कर अपना समय गुजारा. 


राजीव गांधी की हत्या से डर गया था परिवार


सोनिया गांधी की राजीव गांधी से शादी पर माइनो परिवार को कोई आपत्ति तो नहीं थी, लेकिन जब वर्ष 1991 में राजीव गांधी की हत्या हुई तो उनका परिवार डर गया. कहा जाता है कि तब पाओला माइनो ने सोनिया गांधी को कॉल करके दोनों बच्चों के साथ इटली वापस आ जाने के लिए कहा था. हालांकि तब सोनिया गांधी ने मां की बात मानने से साफ इनकार कर दिया था. उन्होंने मां से कहा था कि अब वे अपने आपको इटैलियन के बजाय भारतीय ज्यादा महसूस करती हैं, इसलिए वे भारत छोड़कर इटली नहीं आएंगी. 


मीडियाकर्मियों से बात करने में हिचक


सूत्रों का कहना है कि इटली और स्पेन में बसी सोनिया गांधी की दोनों बहनें गांधी परिवार के बारे में कभी कोई बात नहीं करतीं. कई मीडियाकर्मियों ने इटली में बसी बड़ी बहन अनुष्का से बात करने की काफी कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए. हालांकि तीनों बहनों का एक-दूसरे के यहां आना-जाना लगातार बना रहता है और सुख-दुख में भी वे शामिल होती हैं.