Afghanistan में कट्टर Sharia Law लागू करेगा Taliban, समलैंगिकों को मिलेगी दर्दनाक मौत; चोरों के काटे जाएंगे हाथ
अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान से वापसी के साथ ही तालिबान उग्र हो गया है. तालिबान अब तक कई इलाकों पर कब्जा कर चुका है. संगठन के जज गुल रहीम ने तालिबानी राज में अफगानिस्तान की एक झलक पेश की है. उन्होंने साफ कर दिया है कि जनता तालिबान से किसी तरह के रहम की उम्मीद न रखे.
काबुल: अफगानिस्तान (Afghanistan) पर अपनी पकड़ मजबूत करने के साथ ही तालिबान (Taliban) ने साफ कर दिया है कि उसके राज में आवाम को कट्टर कानूनों का पालन करना होगा और ऐसा न करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. तालिबानी जज गुल रहीम (Taliban Judge Gul Rahim) ने अपने क्रूर शासन की एक झलक पेश करते हुए बताया कि समलैंगिकों को खौफनाक मौत दी जाएगी. उन्होंने कहा कि यदि यह पाया जाता है कि कोई व्यक्ति समलैंगिक संबंधों में लिप्त है, तो उसके ऊपर दीवार गिराई जाएगी. इसके अलावा, महिलाओं पर भी कड़े प्रतिबंध लागू किए जाएंगे.
Sharia Law लागू करना उद्देश्य
‘डेली मेल’ की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबानी जज गुल रहीम (Gul Rahim) का कहना है कि चोरी करने की सजा के रूप में अपराधियों के हाथ और पैर काट दिए जाएंगे. यही नहीं मध्य अफगानिस्तान में तालिबान के नियंत्रण वाले इलाकों में महिलाओं को घर से बाहर निकलने के लिए परमिट लेना होगा. वह अकेले बाहर नहीं जा सकेंगी. जज रहीम ने कहा कि अमेरिका के जाने के बाद यदि तालिबान पूरे देश पर कब्जा कर लेता है, तो हमारा उद्देश्य अफगानिस्तान में शरिया कानून लागू करना होगा.
80 फीसदी इलाकों पर कब्जे का दावा
तालिबानी जज ने कहा कि शरिया कानून लागू करना हमारा लक्ष्य है और हमेशा रहेगा. बता दें कि तालिबान का दावा किया है कि उसने अफगानिस्तान के 80 फीसदी इलाकों पर पहले ही कब्जा कर लिया है. अमेरिकी सैनिकों की वापसी के ऐलान के बाद से ही तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जे की तैयारी शुरू कर दी थी. अफगान सेना तालिबान के सामने बेहद कमजोर साबित हो रही है. ऐसे में लोगों को डर सताने लगा है कि मुल्क फिर से पुरानी स्थिति में पहुंच जाएगा.
Ring चोरी पर दी थी खौफनाक सजा
जज गुल रहीम ने जर्मनी के अखबार को दिए इंटरव्यू में अपने हालिया फैसला का जिक्र करते हुए कहा, ‘मैंने अंगूठी चुराने के दोषी एक व्यक्ति के हाथ काटने के आदेश दिए थे. फैसला सुनाते वक्त मैंने अंगूठी के मालिक से पूछा था कि क्या वह चाहता है कि चोर का पैर काट दिया जाए,लेकिन मालिक ने कहा कि हाथ काटना ही पर्याप्त होगा’. ऐसे ही एक अन्य आदेश में रहीम ने अपहरण में शामिल एक गिरोह के सदस्यों को फांसी की सजा देने का आदेश दिया था.
Crime के आधार पर मिलती है सजा
तालिबानी जज ने आगे कहा कि हम अपराध के आधार पर सजा तय करते हैं. सबसे पहले ऊंगलियों को काटा जाता है और यदि गुनाह ज्यादा बड़ा है तो फिर हाथ और उसके बाद पैरों को काटने का हुक्म दिया जाता है. बहुत गंभीर अपराधों में ही पत्थर मारकर या फांसी पर लटकाकर मौत की सजा दी जाती है. समलैंगिकों को सजा देने के बारे में रहीम ने कहा कि या तो उन्हें पत्थर मारकर मौत की सजा दी जाएगी या उनके ऊपर दीवार गिराई जाएगी, जो निश्चित रूप से 8 से 10 फुट ऊंची होनी चाहिए.
इस शर्त पर School जा सकेंगी Girls
इंटरव्यू के दौरान गुल रहीम ने कहा कि हमने महिलाओं के अकेले घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी है. यदि उन्हें बाहर जाना है तो उनके साथ शौहर, पिता या भाई का होना अनिवार्य है. महिलाओं को बाहर जाने के लिए परमिट भी लेना होगा. तालिबानी जज ने कहा कि लड़कियों को स्कूल जाने की छूट होगी, लेकिन यह तभी मुमकिन है जब स्कूल की सभी टीचर महिला हों और स्कूल के अंदर सभी के लिए हिजाब पहनना जरूरी हो.