India-Maldives Relations: ‘शुक्रिया भारत’- नई दिल्ली ने की मदद तो मुइज्जू को समझ आई सच्चे दोस्त की ‘कद्र’
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने द्वीप राष्ट्र को कर्ज भुगतान में राहत देने के लिए भारत का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने उम्मीद जताई कि नई दिल्ली और माले मजबूत संबंध बनाएंगे और एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे.
Mohammad Muizzu News: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने द्वीप राष्ट्र को कर्ज भुगतान में राहत देने के लिए भारत का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने उम्मीद जताई कि नई दिल्ली और माले मजबूत संबंध बनाएंगे और एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे. वह शुक्रवार को मालदीव में आधिकारिक स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे.
मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय के अनुसार, अपने संबोधन के दौरान उन्होंने प्रशासन की विदेश नीति की तारीफ की.
राष्ट्रपति मुइज्जू ने मालदीव के ऋण भुगतान को आसान बनाने में सहयोग के लिए भारत और चीन के प्रति आभार व्यक्त किया, जिससे देश को आर्थिक संप्रभुता सुनिश्चित करने में मदद मिली.
बीजिंग और नई दिल्ली के साथ बातचीत
अमेरिकी डॉलर की स्थानीय कमी को दूर करने की जरूरत पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि मालदीव सरकार नई दिल्ली और बीजिंग दोनों के साथ मुद्रा विनिमय समझौतों पर बातचीत कर रही है.
मालदीव के राष्ट्रपति ने यह भी बताया कि उनका प्रशासन यूनाइटेड किंगडम के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत कर रहा है. उन्होंने भारत के साथ भी इसी तरह के समझौते पर पहुंचने की आशा व्यक्त की.
मालदीव स्थित द एडिशन के अनुसार, पिछले वर्ष के आंकड़ों से पता चलता है कि मालदीव पर भारत का 6.2 बिलियन मालदीवियन रूफिया बकाया है, जो अनुमानित 338 करोड़ रुपये है.
इस वर्ष के प्रारंभ में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने मालदीव को चेतावनी दी थी कि यदि महत्वपूर्ण नीतिगत परिवर्तन नहीं किए गए तो उसे ऋण संकट का भारी खतरा होगा.
मालदीव ने अपनाया सुलह का रुख
बता दें मालदीव में मोहम्मद मुइजू सरकार ने दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास आने के बाद अब सुलह का रुख अपनाया है. पिछले महीने, राष्ट्रपति मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भी भाग लिया, जब उन्होंने लगातार तीसरी बार पदभार संभाला. अपने एक बयान में उन्होंने यहां तक कहा कि भारत मालदीव का "सबसे करीबी सहयोगी" बना रहेगा और इस बात पर जोर दिया कि इसमें कोई संदेह नहीं है.
मुइज्जू ने की भारत विरोधी बयानबाजी
उल्लेखनीय है कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू ने 'भारत विरोधी' बयानबाज़ी की और उन्होंने 'भारत को बाहर करो' की तर्ज़ पर चुनाव अभियान भी चलाया. देश से भारतीय सैनिकों को हटाना मुइज़्ज़ू की पार्टी का मुख्य चुनाव अभियान था. मुइज्जू के इन कदमों से दोनों देशों के संबंध खासे तनावपूर्ण हो गए थे.
इस तनाव का असर मालदीव में भारतीय पर्यटकों के आने पर भी पड़ा. मालदीव पर्यटन मंत्रालय के आंकड़ों से इस वर्ष की शुरुआत में पता चला कि मालदीव आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में पिछले वर्ष की तुलना में 33 प्रतिशत की गिरावट आई है.