Donald Trump US Elections: पिछली बार 2020 का राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद डोनाल्ड ट्रंप और उनके समर्थकों ने हार स्वीकार करने से इनकार के बाद संसद को बंधक बना दिया था. सुपरपावर और सबसे पुराने लोकतंत्र की ऐसी इंटरनेशनल किरकिरी पहले कभी नहीं हुई थी. ट्रंप इस बार लगातार तीसरी बार चुनावी रेस में है. इस बार भी अगर हार गए तो आगे क्या करेंगे? इस मुश्किल सवाल का आसान जवाब देते हुए ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है. अपने पॉलिटिकल करियर यानी सियासी फ्यूचर को लेकर साहसिक भविष्यवाणी में ट्रंप ने कहा- 'कमला हैरिस (Kamala Harris) ने उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में हरा दिया तो दोबारा प्रेसिडेंट इलेक्शन की रेस में शामिल नहीं होंगे'. कुछ मिलाकर उन्होंने संकेत दिया है कि अगर हार गए तो राजनीति छोड़ देंगे.


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बयान से दोनों तरफ के लोग खुश 


अमेरिकन पॉलिटिक्ल के जानकरा इस बयान को ट्रंप का कैलकुलेटेड पॉलिटिकल स्टंट बता रहे हैं. ट्रंप के धुर-विरोधी डेमोक्रेट्स इस बयान को सिपैंथी बटोरने का तरीका बता रहे हैं. अब वजह चाहे जो भी हो ट्रंप के इस सियासी भविष्यवाणी से पक्ष-विपक्ष यानी रिपब्लिकंस और डेमोक्रेट्स दोनों के समर्थक खुश हो गए हैं. बताते चलें कि खुद को राष्ट्रवाद का सबसे महान पुरोधा बता चुके ट्रंप क्रिस्चियानिटी  (Christianity) कार्ड चल चुके हैं. पुरुष प्रधान समाज की मानसिकता को अपने पक्ष में मानकर चल रहे हैं. ऐसे में जब कुछ दिन पहले पॉपुलैरिटी के मामले में उनके कमला से पिछड़ने की खबरें आई तब उन्होंने विरोधी उम्मीदवार पर पर्सनल अटैक करने वाली रणनीति में बदलाव किया. बेमतलब गुस्से में रौद्र रूप लेने वाले ट्रंप ने अपनी एंग्री ओल्डमैन इमेज तोड़ते हुए, खुद को नए कलेवर में पेश किया है.


ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के नेता औक समर्थक इसलिए खुश हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि नए नेतृत्व या फिर युवाओं को पार्टी और देश संभालने का मौका मिलेगा. दूसरी ओर विरोधी डेमोक्रेट्स समर्थक इसलिए खुश हैं कि दुश्मन को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, ऐसे में कद्दावर नेता, मशहूर और मजबूत बिजनेस टाइकून और 'धनकुबेर' नेता खुद ही चुनावी रेस से हट रहा है, तो इससे अच्छी खबर भला और क्या होगी. 2020 की कड़वी यादों को ध्यान करते हुए वो तो ये मान रहे हैं कि चलो जान छूटी.


ट्रंप देख रहे सरकार बनाने के सपने


कमला हैरिस पर साइकोलॉजिकल  प्रेशर बना रहे ट्रंप भले ही कानूनी मुकदमों में फंसे हैं, लेकिन उन्होंने जीत की उम्मीदों का दामन छोड़ा नहीं है. पूर्व राष्ट्रपति ने नवंबर में होने जा रहे चुनाव में अपनी जीत की  आशा जताते हुए भावी कैबिनेट के बारे में भी संकेत देना शुरू कर दिया है. वो सार्वजनिक मंचों में कह चुके हैं कि अगर दूसरा कार्यकाल मिलता है तो तुलसी गबार्ड, एलन मस्क, और रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर उनके प्रशासन में अहम भूमिका में होंगे.