मध्य पूर्व के दो देश ईरान और सऊदी अरब लंबे समय से एक दूसरे के दुश्मन रहे हैं लेकिन अब इनके बीच संबंध बेहतर होते दिख रहे हैं. ईरान ने आधिकारिक तौर पर सऊदी अरब के किंग को देश का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया है.  इससे पहले सऊदी अरब के किंग ‘ईरान के राष्ट्रपति को रियाद की यात्रा के लिए आमंत्रित कर चुके हैं.


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गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच वर्षों के खराब संबंधों ने मध्य पूर्व में छद्म संघर्षों को बढ़ावा दिया, जहां तेहरान और रियाद ने यमन से लेकर सीरिया तक विपरीत पक्षों का समर्थन किया. लेकिन पिछले दिनों यह दोनों देश समझौते की टेबल तक पहुंच गए. 10 मार्च को, ईरान और सऊदी अरब ने राजनयिक रिश्ते तोड़ने के सात साल बाद संबंधों को बहाल की घोषणा की.


चीन ने निभाई अहम भूमिका
दोनों देशों के करीब लाने में चीन ने अहम भूमिका निभाई. यह समझौता चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी की मध्यस्थता में हुआ. इसे मध्य पूर्व में चीन की बढ़ती भूमिका के तौर पर देखा जा रहा है.


ईरान ने आमंत्रण मिलन की पुष्टि
ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने एक टेलीवाइज्ड न्यूज कॉन्फ्रेंस कहा, 'ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने सऊदी की ओर से आमंत्रण मिलने के बाद बदले में सऊदी राजा को आमंत्रण भेजा है.'


मिशनों को खोलने की प्रक्रिया में जुटे दोनों देश
ईरान की अर्ध-आधिकारिक तस्नीम समाचार एजेंसी ने बताया कि दोनों देशों के तकनीकी प्रतिनिधिमंडल अपने मिशनों को आधिकारिक तौर पर फिर से खोलने की तैयारी कर रहे हैं और तेहरान ने कहा है कि ये मिशन 9 मई तक अपनी गतिविधियों को फिर से शुरू कर देंगे.


बता दें 2016 में सऊदी अरब में एक शिया धर्मगुरु को फांसी दिए जाने के बाद ईरानी प्रदर्शनकारी सऊदी अरब के दूतावास में घुस आए थे, जिसके बाद सऊदी अरब ने ईरान के साथ संबंध तोड़ लिए थे.


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