न्यूयॉर्क में हिंदू मंदिर पर हमला, तोड़फोड़ कर पेंट से लिखे अपशब्द; अमेरिकी सांसदों ने कही ये बात
Swaminarayan Mandir Vandalised: अमेरिकी सांसदों ने न्यूयॉर्क में स्वामी नारायण मंदिर में तोड़फोड़ और साइन बोर्ड पर स्प्रे पेंट से आपत्तिजनक शब्द लिखे जाने की निंदा की है और इस घटना में शामिल दोषियों को सजा देने की मांग की है.
BAPS Swaminarayan Mandir: अमेरिका के न्यूयॉर्क में स्वामी नारायण मंदिर को निशाना बनाए जाने और तोड़फोड़ के मामले की अमेरिकी सांसदों ने निंदा की है और इस घटना में शामिल दोषियों को सजा देने की मांग की है. बता दें कि न्यूयॉर्क के मेलविले में स्थित स्वामी नारायण मंदिर के बाहर लगे साइन बोर्ड पर स्प्रे पेंट से आपत्तिजनक शब्द लिखे गए थे. भारत ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की थी और विरोध जताते हुए इस मामले में तुरंत कार्रवाई के लिए इसे कानून लागू करने वाली एजेंसियों के अधिकारियों के समक्ष उठाया था.
घटना पर अमेरिकी सांसदों ने क्या कहा?
भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने कहा, 'मैं न्यूयॉर्क के मेलविले में एक हिंदू मंदिर को अपवित्र करने की इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं. पूजा की स्वतंत्रता हमारे लोकतंत्र की नींव है. धमकी, उत्पीड़न या हिंसा के कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है. हमें जवाबदेही की आवश्यकता है और यह सुनिश्चित करना है कि ऐसा दोबारा न हो.'
न्यूयॉर्क के मेलविले में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर को जाने वाली सड़क और उसके बाहर लगे संकेतक बोर्ड को सोमवार को पेंट से विरूपित किया गया और आपत्तिजनक शब्द लिखे गए. बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर के प्रवक्ता ने एक बयान में इस घटना की कड़ी निंदा की. बयान में कहा गया, 'सभी के लिए शांति, सम्मान और सद्भाव चाहे उनकी पृष्ठभूमि या आस्था कुछ भी हो, अमेरिका में धार्मिक स्वतंत्रता का आधार हैं.'
राजा कृष्णमूर्ति ने इस कृत्य को घृणित करार दिया
इलिनोइस से डेमोक्रेटिक सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने इस कृत्य को घृणित करार दिया. साथ ही उन्होंने अमेरिकियों के बीच एकता का आह्वान भी किया. उन्होंने कहा, 'मैं मंदिर को निशाना बनाकर किए गए घृणित कृत्य से स्तब्ध हूं. चूंकि, हमारे देश में राजनीतिक हिंसा और कट्टरता बढ़ रही है इसलिए हमें अमेरिकियों के रूप में सभी तरह के घृणा अपराध के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है.' सासंद श्री थानेदार ने कहा, 'बर्बरता, कट्टरता और घृणा के ऐसे कृत्यों की पूरी तरह से जांच होनी चाहिए। बीएपीएस से जुड़े लोग न्याय के हकदार हैं.' 'हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन' ने न्याय विभाग से घटना की जांच की मांग की.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)