वॉशिंगटन: H1B वीजा (H1B Visa) धारक एक पाकिस्तानी डॉक्टर पर आतंकवादी संगठन ISIS की मदद करने के आरोप तय किए गए हैं. 15 मई को, मिनेसोटा के मिनियापोलिस की एक संघीय ग्रैंड जूरी ने 28 साल के मुहम्मद मसूद के खिलाफ आरोप तय किए हैं. मसूद पर 19 मार्च को एक आपराधिक शिकायत में आरोप लगाया गया था और फिलहाल वो पुलिस कस्टडी में है.


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अदालत में दायर अभियोग और दस्तावेजों के अनुसार, पाकिस्तान के लाइसेंसी मेडिकल डॉक्टर मसूद को पहले एच-1 बी वीजा के तहत रोचेस्टर, मिनेसोटा के एक मेडिकल क्लिनिक में रिसर्च कोऑर्डिनेटर के रूप में नियुक्त किया गया था.


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जनवरी से मार्च 2020 के बीच, मसूद ने ऐसे कई बयान दिए जिसमें उसने ISIS और उसके सरगनाओं के प्रति वफादारी निभाने तथा सीरिया जाकर ISIS के लिए लड़ने की इच्छा जताई थी.


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मसूद ने अमेरिका में 'lone wolf' यानी अपने दम पर आतंकवादी हमले करने की भी इच्छा जताई थी. 21 फरवरी को, मसूद ने शिकागो, इलिनोइस से अम्मान, जॉर्डन के लिए हवाई जहाज का टिकट खरीदा और वहां से सीरिया की यात्रा करने की योजना बनाई. 16 मार्च, 2020 को मसूद की यात्रा की योजना बदल गई क्योंकि कोरोना वाइरस महामारी के कारण जॉर्डन ने  अपनी सीमाएं बंद कर दी थीं. 


इसके बाद उसने मिनियापोलिस से लॉस एंजिल्स जाकर एक व्यक्ति से मिलने की योजना बनाई जो उसे कार्गो जहाज के जरिए ISIS क्षेत्र में पहुंचाने में मदद करता.


19 मार्च को, लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया जाने के लिए मसूद रोचेस्टर से मिनियापोलिस सेंट पॉल इंटरनेशनल एयरपोर्ट गया. लेकिन उड़ान भरने से पहले ही FBI की ज्वाइंट टेरारिज़्म टास्क फोर्स ने उसे गिरफ्तार कर लिया.