Ananda Krishnan and IPL CSK: मलेशिया के टेलीकॉम दिग्‍गज आनंद कृष्‍णन के बेटे वेन जान सिरिपानयो ने अपने पिता की अकूत दौलत और ग्‍लैमरस जिंदगी को ठुकराते हुए बौद्ध भिक्षुक बनकर सबको चौंका दिया है. आनंद कृष्‍णन मलेशिया के तीसरे सबसे बड़े रईस आदमी हैं. उनकी 40 हजार करोड़ (5 अरब डॉलर से अधिक) से अधिक की संपत्ति है. वह पूर्व टेलीकॉम कंपनी एयरसेल के मालिक रहे हैं. एयरसेल ने मशहूर आईपीएल टीम चेन्‍नई सुपर किंग्‍स को एक समय में स्‍पांसर किया था. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आनंद कृष्‍णन का बिजनेस टेलीकॉम के अतिरिक्‍त सैटेलाइट, मीडिया, ऑयल, गैस और रियल एस्‍टेट सेक्‍टर में भी फैला हुआ है. वेन जान सिरिपानयो की मां एम सुप्रिंदा चक्रबान के पारिवारिक संबंध थाइलैंड के शाही राजघराने से हैं. 


कोलकाता में जन्मे जय भट्टाचार्य कौन हैं? कोरोना के दौरान चर्चा में आए, अब ट्रंप ने दी बड़ी जिम्मेदारी


कैसे बने भिक्षुक
कहा जाता है कि वेन जान सिरिपानयो जब 18 साल के हुए तो एक बार थाइलैंड में जब अपनी ननिहाल गए थे तो वहां उन्‍होंने सबसे पहले एक बौद्ध मठ से जुड़कर भिक्षुक बनने का फैसला किया. उस वक्‍त उन्‍होंने केवल एक आध्‍यात्मिक अनुभव के लिए ऐसा किया था लेकिन अब दो दशक बीतने के बाद वो पूरी तरह से बौद्ध भिक्षुक बन गए हैं और अपनी लग्‍जरी जिंदगी छोड़कर जंगल में स्थित एक बौद्ध मठ में भिक्षुक की तरह रहते हैं.


वेन जान सिरिपानयो के बारे में कहा जाता है कि उनका बचपन ब्रिटेन में बीता है. दो बहनों के साथ उनकी परवरिश ब्रिटेन में हुई. वह 8 भाषाएं जानते हैं. उनकी परवरिश, विभिन्‍न संस्‍कृतियों की जानकारी और जीवन को लेकर स्‍वतंत्र दृष्टिकोण ने उनको बौद्ध शिक्षाओं की तरफ आकर्षित किया और उनको वहां सुकून मिला.   


ये भी कहा जाता है कि हालांकि वो बौद्ध भिक्षुक की तरह जीवन जीने लगे हैं लेकिन अपने परिवार के बीच भी लौटते रहते हैं और उस स्थिति में आम जिंदगी जीते हैं. मसलन उनको एक बार जब अपने पिता आनंद कृष्‍णन से मिलने जाना था तो वो प्राइवेट जेट से उनसे मिलने इटली पहुंचे.