Houthi Rebels: यमन के हूती विद्रोहियों ने गुरुवार को फुटेज जारी की जिसमें उनके लड़ाके एक ग्रीक ध्वज वाले टैंकर पर चढ़े और उस पर विस्फोटक रखे, जिससे विस्फोट हुए. इससे लाल सागर में बड़े पैमाने पर तेल रिसाव का खतरा पैदा हो गया है. हूथियों द्वारा बार-बार हमला किए जाने के बाद, जहाज को पहले ही खाली कर दिया गया था. यह ब्लास्ट हूतियों द्वारा पिछले कुछ सप्ताहों में किया गया सबसे गंभीर हमला है.


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जहाज पर 10 लाख बैरल तेल
एपी की रिपोर्ट के मुताबिक 21 अगस्त को जब हूतियों ने छोटे हथियारों, प्रोजेक्टाइल और ड्रोन बोट से सोनियन पर हमला किया था, तब उसमें करीब 1 मिलियन बैरल तेल था.


एपी के मुताबिक 21 अगस्त को हूतियों ने छोटे हथियारों, प्रोजेक्टाइल और ड्रोन बोट से सोनियन पर हमला किया था.  यूरोपीय संघ के ऑपरेशन एस्पाइड्स के तहत काम कर रहे एक फ्रांसीसी विध्वंसक जहाज ने सोनियन के चालक दल के 25 फिलिपिनो और रूसियों के साथ-साथ चार निजी सुरक्षा कर्मियों को बचाया, जब वे जहाज को छोड़कर पास के जिबूती चले गए.


क्या कहा हूतियों ने?
अलजजीरा की  पोर्ट के मुताबिक हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने गुरुवार को कहा कि 'सोनियन' एक ऐसी कंपनी से संबंधित है जिसने लाल सागर में इजरायल जाने वाले जहाजों के खिलाफ यमनी समूह द्वारा घोषित नाकाबंदी का 'उल्लंघन' किया.


ईरान की आधिकारिक न्यूज एजेंसी IRNA ने भी वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, 'टैंकर का मालिक हाल के महीनों में दो बार यमनी बलों द्वारा निशाना बनाए जाने के बावजूद इजरायली शासन को ईंधन ट्रांसफर करने पर जोर दे रहा है.' बता दें हूती विद्रोहियों को तेहरान का समर्थन हासिल है.


 



संयुक्त राष्ट्र ने दी ये चेतावनी
एपी के मुताबिक पश्चिमी देशों और संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि सोनियन से कोई भी तेल रिसाव लाल सागर के आसपास के प्रवाल भित्तियों और वन्यजीवों को तबाह कर सकता है. हालांकि, इस क्षेत्र में यूरोपीय संघ के नौसैनिक बल का कहना है कि उसने अभी तक सोनियन से कोई तेल रिसाव नहीं देखा है.


यूरोपीय संघ मिशन ने कहा कि ऑपरेशन एस्पाइड्स ‘एक भयावह पर्यावरणीय संकट को टालने के लिए यूरोपीय अधिकारियों और पड़ोसी देशों के साथ समन्वय में किसी भी कार्रवाई को आसान बनाने की तैयारी कर रहा है.’ बयान में कहा गया, ‘हम मिलकर पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं और क्षेत्र में स्थिरता बनाए रख सकते हैं.’


संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने जहाज तक तत्काल पहुंच सुनिश्चित करने और पर्यावरणीय आपदा को टालने में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और यमन के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत हंस ग्रंडबर्ग के प्रयासों की सराहना की.


दुजारिक ने कहा कि हौथी विद्रोहियों ने अभियान को सुरक्षित रूप से चलने देने पर सहमति जताई है.


एपी के मुताबिक बुधवार को, हौथियों ने सुझाव दिया कि वे सोनियन को बचाने की अनुमति दे सकते हैं.


 


खुद को यमन के सशस्त्र बलों के रूप में पेश करने वाले हूती उन जहाजों को निशाना बना रहे हैं, जिनके बारे में उनका दावा है कि वे इजरायल से संबंधित हैं.


हूती विद्रोहियों कहना है कि उनका मकसद गाजा में युद्ध को समाप्त करने के लिए इजरायल सरकार पर दबाव बनाना है, जिसमें 40,600 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं.


एपी के मुताबिक अक्टूबर में गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से हूथियों ने मिसाइलों और ड्रोन से 80 से ज़्यादा जहाजों को निशाना बनाया है। उन्होंने अभियान में एक जहाज को जब्त कर लिया और दो को डुबो दिया, जिसमें चार नाविक भी मारे गए.


विद्रोहियों का कहना है कि वे गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल के अभियान को खत्म करने के लिए इजरायल, अमेरिका या ब्रिटेन से जुड़े जहाजों को निशाना बनाते हैं। हालांकि, जिन जहाजों पर हमला किया गया उनमें से कई का संघर्ष से कोई संबंध नहीं है, जिनमें ईरान जाने वाले कुछ जहाज भी शामिल हैं।


इस बीच, गुरुवार को अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड ने कहा कि उसके बलों ने एक हौथी मिसाइल प्रणाली और ड्रोन को नष्ट कर दिया.


Photo courtesy- Reuters