UK's worst ever football tragedy: ब्रिटेन (UK) के शीर्ष पुलिस अधिकारियों ने यह माना कि पुलिस की विफलता 1989 की हिल्सबोरो दुर्घटना का मुख्य कारण थी, जब लिवरपूल एफसी के 97 प्रशंसक मारे गए थे. समाचार एजेंसी शिन्हुआ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, एक ऐतिहासिक संयुक्त बयान में कॉलेज ऑफ पुलिसिंग और नेशनल पुलिस चीफ्स काउंसिल (NPCC) के नेताओं ने हिल्सबोरो के परिवारों से माफी मांगी है.


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पुलिस की नाकामी त्रासदी का मुख्य कारण


हिल्सबोरो फैमिली रिपोर्ट की प्रस्तावना में, चीफ कांस्टेबल एंडी मार्श, पुलिसिंग कॉलेज के CEO और NPCC के अध्यक्ष मार्टिन हेविट ने कहा, 97 पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को गैरकानूनी रूप से मार दिया गया था. पुलिस की नाकामी इस त्रासदी का मुख्य कारण थी और पुलिस की विफलता तब से परिवार के सदस्यों के जीवन को कलंकित करती रही है.


1989 में लिवरपूल और नॉटिंघम फॉरेस्ट के बीच एफए कप सेमीफाइनल में 97 दर्शक मारे गए और लगभग 800 लोग घायल हो गए थे. शेफील्ड के हिल्सबोरो स्टेडियम में खेल कुछ ही मिनटों के बाद रद्द कर दिया गया. त्रासदी के बाद से, लिवरपूल एफसी द्वारा समर्थित प्रशंसकों ने न्याय के लिए संघर्ष किया है.


मार्श ने कहा, 'पुलिस की गैर जवाबदेही के चलते ऐसा हुआ. पुलिस की विफलता त्रासदी का मुख्य कारण थी और तब से परिवार के सदस्यों के जीवन को कलंकित करती रही है.'


वो त्रासदी शायद नहीं होती!


जब नेतृत्व की सबसे अधिक आवश्यकता थी, तो शोक संतप्त लोगों के साथ अक्सर असंवेदनशील व्यवहार किया जाता था और प्रतिक्रिया में समन्वय और निरीक्षण की कमी होती थी. मार्श ने कहा कि मंगलवार की रिपोर्ट में दीर्घकालीन और हाल के घटनाक्रमों के बारे में बताया गया है कि पुलिस सामूहिक मौत की घटनाओं पर कैसे प्रतिक्रिया देती है.


हिल्सबोरो परिवार की रिपोर्ट ने सार्वजनिक निकायों और सरकार से कार्रवाई की सिफारिश की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हिल्सबोरो परिवारों के दर्द और पीड़ा को दोहराया नहीं जा सके.


इनपुट: IANS


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