आंखों का वो डॉक्टर जिसे लंदन में हुआ `रेगिस्तान के गुलाब से` प्यार, दुल्हन बनाकर लाया सीरिया, राष्ट्रपति असद की लव स्टोरी
Bashar al Assad love story: जिंदगी में कब क्या हो जाए, कोई कुछ कह नहीं सकता, यह लाइन सीरिया के राष्ट्रपति के बशर अल-असद पर बिल्कुल फीट बैठ रही है. कैसे एक आंखों का डॉक्टर अपने देश में तानाशाह बन जाता है. जिंदगी ऐसी पलटती है कि मौत से बचने के लिए अपनी पत्नी के साथ सीरिया से भागने पर मजबूर होना पड़ता है. सीरिया के तख्तापलट के मौके परजानें बसर असद की प्रेम कहानी. कौन हैं अस्मा असद जिन्हें कहा गया `रेगिस्तान का गुलाब`.
Who is Asma Asad: सीरिया में असद के खानदान का पचास साल बाद अंत हो गया है. 15 सालों से चल रहा गृहयुद्ध आखिरकार समाप्त हो गया है. राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से बेदखल कर दिया गया है. जो एक दशक से अधिक समय तक चले क्रूर गृहयुद्ध के बाद उनके शासन का अंत है. हयात तहरीर अल-शाम सहित विद्रोही समूहों ने बड़ी सफलता हासिल की है. बशर अल-असद सीरिया के दमिश्क से भाग गए हैं, उनके साथ उनकी पत्नी और बच्चे भी साथ गए हैं. इस मौके पर जानते हैं कि आखिर कौन हैं बशर असद की पत्नी और क्या है दोनों की लव स्टोरी. असद की पत्नी को किसने नाम दिया था 'रेगिस्तान का गुलाब'.
कौन हैं अस्मा असद
बशर असद की पत्नी का नाम अस्मा अल-असद है. जो काफी हद तक लाइमलाइट से दूर रही हैं. अस्मा का जन्म 1975 में लंदन में एक सीरियाई राजनयिक परिवार में हुआ था. उनके माता-पिता सुन्नी मुसलमान हैं और सीरियाई मूल के हैं, जो होम्स शहर से हैं. होम्स सीरिया का एक प्रमुख शहर है जो अब विद्रोहियों के नियंत्रण में है. उन्होंने लंदन में क्वींस कॉलेज में पढ़ाई की और बाद में किंग्स कॉलेज लंदन से कंप्यूटर साइंस और फ्रेंच लिटरेचर में डिग्री के साथ स्नातक किया.
2000 में अस्मा ने असद से की शादी
अपनी खूबसूरती और बुद्धिमत्ता के लिए मशहूर अस्मा ने 2000 में बशर अल-असद से शादी की थी. अपनी शादी से पहले, वह जेपी मॉर्गन में एक निवेश बैंकर के रूप में काम करती थीं. अस्मा कैंसर से भी पीड़ित रह चुकी हैं. फरवरी 2010 में वोग पत्रिका ने उनके साथ एक साक्षात्कार को 'ए रोज़ इन द डेजर्ट' कहा और उन्हें 'सबसे ताज़ा और सबसे आकर्षक प्रथम महिला' बताया. यानी अस्मा को रेगिस्तान में एक गुलाब की संज्ञा दी गई थी. लंदन में जन्मी पहली महिला, जिन्हें कभी "रेगिस्तान में गुलाब" के रूप में वर्णित किया गया था. अब सीरिया में सबसे बुरी महिला की तौर पर तख्तापलट के बाद देखा जा रहा है.
बसर के तीन बच्चे, चौथे की जानकारी नहीं
इस जोड़े के तीन बच्चे हैं: हाफ़िज़, जिसका नाम राष्ट्रपति असद के पिता हाफ़िज़ अल-असद के नाम पर रखा गया, (2001), बेटी ज़ीन (2003), और करीम (2004) में पैदा हुए. जनवरी 2013 में बशर के चौथे बच्चे की बात की खबर उठी लेकिन बाद में बशर ने एक साक्षात्कार में कहा कि अस्मा गर्भवती थी, हालांकि, बाद में उनके चौथे बच्चे के होने की कोई रिपोर्ट नहीं थी. अब वह चौथा बच्चा कहां है, हुआ या नहीं, इस बार कोई जानकारी नहीं मिली. जैसे ही सीरियाई संघर्ष शुरू हुआ, अस्मा अपने बच्चों के साथ लंदन चली गई. ऐसा माना जाता है कि वह सीरिया में आती जाती रहती थीं.
असद को अस्मा कहां मिली, कहां शुरू हुई बसर असद की लवस्टोरी
ब्रिटानिका के मुताबिक बशर अल-असद का जन्म सीरिया की राजधानी दमिश्क में 11 सितंबर, 1965 में हुआ था. उन्होंने शुरुआती पढ़ाई दमिश्क की. दमिश्क यूनिवर्सिटी से मेडिकल की पढ़ाई करने के बाद असद ने 1988 में नेत्र रोग विशेषज्ञ के तौर पर में अपना ग्रेजुएशन किया. ग्रेजुएट होते ही वह दमिश्क के एक सैन्य अस्पताल में मिलिट्री डॉक्टर बन गए. हालांकि, 1992 में असद आगे की बढ़ाई के लिए लंदन चले गए. लंदन में ही उनकी मुलाकात अपनी पत्नी अस्मा से हुर्ह जो लंदन में कंप्यूटर साइंस और फ्रेंच साहित्य में डिग्रियां ले रही थीं.
कैंसर से लड़ चुकी हैं जंग
अस्मां असद कैंसर से जंग जीत चुकी हैं. वह ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित थीं. अस्मां ने अगस्त 2019 में बताया था कि अब वह ब्रेस्ट कैंसर से पूरी तरह से उबर चुकी हैं. इस साल मई में अस्मां के एक्यूट मायलॉयड ल्यूकेमिया से पीड़ित होने की बात सामने आई थी. बता दें कि यह बोन मैरो में होने वाले अग्रेसिव कैंसर का रूप है. फिलहाल उनका इलाज चल रहा है. अस्मां लंदन में ही रह रही हैं.
बशर अल-असद की इमेज बिल्डिंग
बशर अल-असद ने आयरन हैंड के साथ सीरिया में शासन किया. वह एक तानाशाह की तरह काम करते थे. दूसरी तरफ, अस्मां ने अपने पति की छवि को मॉडरेट रिफॉर्मिस्ट के तौर पर बनाने के लिए काफी मेहनत की. उन्हें इसमें काफी सफलता भी हासिल हुई. इराक, लेबनान, लीबिया जैसे देशों के बीच सीरिया की एक अलग पहचान थी. बता दें कि अशद परिवार ने सीरिया पर पांच दशक से भी ज्यादा समय तक शासन किया. अब आखिरकार उनका युग समाप्त हो चुका है. यानी एक डॉक्टर बनने वाला इंसान तानाशाह के तौर पर अपनी जान बचाकर सीरिया से भाग चुका है.