Monkeypox Symptoms: मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चिंता जताई है. इस बीमारी को लेकर सख्त रुख अपनाने पर जोर देते हुए डब्ल्यूएचओ ने कहा कि मंकीपॉक्स को छोटी बीमारी समझना बड़ी भूल हो सकती है.


एक्सपर्ट ने भी जताई चिंता


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 डब्ल्यूएचओ की महामारी और रोकथाम के प्रमुख सिल्वी ब्रायंड ने दुनिया भर में मंकीपॉक्स के मामलों की बढ़ती संख्या के बारे में चिंता जताई है. उन्होंने कहा, ''मुझे नहीं पता अगर हम इसे छोटी बीमारी के रूप में देख रहे हैं." संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कहा है कि वह इस बात पर विचार कर रही है कि क्या इस बीमारी को अंतराष्ट्रीय पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी या PHEIC के तौर पर देखा जाना चाहिए या नहीं. 


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संपर्क में आकर फैलने वाले मंकीपॉक्स में हल्का बुखार आता है. इसमें फ्लू जैसे लक्षण होते हैं और त्वचा के घाव बन जाते हैं, जिसमें मवाद निकलता है. अब यह बीमारी पूरे यूरोप में फैल गई है. डब्ल्यूएचओ को दो दर्जन देशों में करीब 400 संदिग्ध और कन्फर्म मामलों का पता चला है. ब्रिटेन में पहला कन्फर्म मामला 7 मई को सामने आया था.


क्या मंकीपॉक्स बन सकता है महामारी?


जब पूछा गया कि क्या मंकीपॉक्स महामारी बन सकता है तो डब्ल्यूएचओ हेल्थ इमरजेंसी प्रोग्राम की टेक्निकल हेड रोसमंड लुईस ने कहा, 'हम नहीं जानते लेकिन हमें ऐसा नहीं लगता.' उन्होंने कहा, 'फिलहाल, हम एक वैश्विक महामारी के बारे में चिंतित नहीं हैं.' 


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उन्होंने कहा, हम फिलहाल यह नहीं जानते कि मंकीपॉक्स का एसिम्प्टोमैटिक ट्रांसमिशन है या नहीं. अतीत में संकेत मिले हैं कि यह एक प्रमुख विशेषता नहीं है. लेकिन यह निर्धारित किया जाना बाकी है. मंकीपॉक्स चेचक से संबंधित है, जिसने 1980 में इसके उन्मूलन से पहले हर साल दुनिया भर में लाखों लोगों की जान ली थी. लेकिन मंकीपॉक्स बहुत कम गंभीर है, और अधिकांश लोग तीन से चार सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं.



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