क्या 2024 में US को मिलेगा भारतीय मूल का राष्ट्रपति? रेस में शामिल हैं ये तीन उम्मीदवार
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 के लिए रिपब्लिकन पार्टी की पहली प्राइमरी बहस शुरू हो गई है. अमेरिकी मीडिया के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बहस में शामिल नहीं हुए हैं और आठ प्रतिद्वंद्वी आपस में टकरा रहे हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 के लिए रिपब्लिकन पार्टी की पहली प्राइमरी बहस शुरू हो गई है. अमेरिकी मीडिया के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बहस में शामिल नहीं हुए हैं और आठ प्रतिद्वंद्वी आपस में टकरा रहे हैं. इन चुनावों में तीन भारतीय उम्मीदवार ऐसे हैं जो कि प्रमुख उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को कड़ी टक्कर दे रहे हैं. ये हैं- निक्की हेली, विवेक रामास्वामी और हर्षवर्धन सिंह. हालांकि हर्षवर्धन अभी तक जीओपी बहस का हिस्सा नहीं है लेकिन वह लगातार ट्रंप और रामास्वामी के खिलाफ अपने अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं.
प्राइमरी बहस के मंच पर दो भारतीय अमेरिकी
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के प्राइमरी चरण के इतिहास में पहली बार एक ही प्राइमरी बहस के मंच पर दो भारतीय-अमेरिकी एक साथ खड़े थे. दोनों के बीच विदेश नीति के मुद्दे पर बहस हुई.
साउथ कैरोलिना की पूर्व गवर्नर हेली ने अपने प्रतिद्वंद्वी और उद्यमी रामास्वामी पर विदेश नीति का कम अनुभव होने और रूस का समर्थन करने का आरोप लगाया. बता दें हेली (51) और रामास्वामी (38) पिछले कुछ दिन से सोशल मीडिया पर भी विदेश नीति के मुद्दों पर भिड़े हुए हैं.
बहस के बाद रामास्वामी की लोकप्रियता में वृद्धि
प्राइमरी बहस में प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद विवेक रामास्वामी की लोकप्रियता रेटिंग में बढ़ोतरी हुई है. बहस के बाद सामने आए पहले सर्वेक्षण में कहा गया कि 504 उत्तरदाताओं में से 28 प्रतिशत ने कहा कि रामास्वामी ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया. उनके बाद 27 प्रतिशत के साथ फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस और 13 प्रतिशत के साथ पेंस हैं. भारतीय अमेरिकी हेली को सात फीसदी वोट मिले हैं.
‘फॉक्स न्यूज’ के अनुसार, रामास्वामी पहले रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद की बहस के लिए गूगल पर सबसे अधिक खोजे जाने वाले ‘जीओपी’ उम्मीदवार रहे. उनके बाद उनकी साथी भारतीय अमेरिकी निक्की हेली थीं.
आइए जानते हैं वह तीन भारतीय अमेरिकी उम्मीदवार कौन हैं जो कि ट्रंप को कड़ी टक्कर दे रहे हैं: -
विवेक रामास्वामी
महज 38 साल के रामास्वामी राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार की दौड़ में शामिल होने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं. भारत के आप्रवासी माता-पिता के घर ओहियो में जन्मे रामास्वामी ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से जीव विज्ञान की डिग्री हासिल की और फिर ‘येल लॉ स्कूल’ से पढ़ाई पूरी की. उन्होंने बायोटेक कंपनी शुरू करने के बाद सफलता हासिल की और पिछले साल एक परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी की स्थापना की. वह ‘वोक, इंक’ सहित कई पुस्तकों के लेखक हैं.
रामास्वामी ने हालांकि भारतीय मूल के हैं लेकिन उन्होंने कट्टर आव्रजन विरोधी रुख अपनाया हुआ है. उन्हें ट्रंप और एलन मस्क का समर्थन भी हासिल हुआ है.
निक्की हेली
हेली का जन्म दक्षिण कैरोलिना में एक सिख परिवार में हुआ था. शादी के बाद उन्होंन ईसाई धर्म अपना लिया. वह दो बार दक्षिण कैरोलिना की गर्वनर रह चुकी हैं. वह ट्रंप सरकार के तहत यूएन में यूएस राजदूत भी रही थीं. हेली ने अपने अभियान में ट्रंप विरोधी एजेंडा अपनाया है.
हेली लोकप्रियता के मामले में पीछे चल रही हैं. हालांकि संघीय सरकार का अनुभव रखने वाली वह एकमात्रा उम्मीदवार हैं.
हर्षवर्धन सिंह
वह का जन्म न्यू जर्सी में भारतीय आप्रवासी माता-पिता के यहां हुआ. वह एक वैमानिकी इंजीनियर हैं. वह डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक हैं और रामास्वामी के आलोचक. अभी तक वह बहस में शामिल नहीं हुए हैं. वह खुद को कट्टर रिपब्लिकन बताते हैं. वह ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ विचार के साथ खड़े नजर आते हैं.