Deadly insect virus changed woodlice colour: अमेरिका में एक फोटोग्राफर की वजह से इनसेक्ट की एक प्रजाति पर मंडरा रहे खतरे का पता चला है. यहां बात वुडलिक (woodlice) नाम के एक इनसेक्ट की जिसका रंग तेजी से बदलकर नीला पड़ गया है. हालांकि किसी कीड़े का नीला पड़ना कोई ऐसी चीज नहीं है जिसे हम वायरल संक्रमण से जोड़ते हैं. लेकिन इस मामले में ये सच्चाई है कि एक जानलेवा वायरस की वजह से उसमें बड़ा बदलाव देखने को मिला है क्योंकि वुडलिक का ओरिजिनल कलर ग्रे होता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एक्सपर्ट ने बताया जानलेवा


भगवान कहें या प्रकति इस धरती पर जितने भी जीव जंतु हैं. सबभी का इकोसिस्टम में बड़ा योगदान है. प्रकति का पारिस्थितिकी तंत्र ऐसे ही चलता है. ऐसे में अगर कीड़ों की ये प्रजाति खत्म हो गई तो मुश्किल हो सकती है. दरअसल कई एक्सपर्ट ने बताया है कि इस कीड़े का रंग एक वायरस के संक्रमण के कारण बदला होगा. हालांकि यह संक्रमण इंसानों को नहीं हो सकता लेकिन अकशेरुकीय जीवों के लिए जानलेवा भी हो सकता है. उत्तरी कैरोलिना स्थित डलास के एक फोटोग्राफर जोश कूगलर को बुधवार दोपहर अपने घर के पिछवाड़े में इन चमकीले रंग के कीड़ों का एक समूह मिला, उनके बारे में वो जानकारी जुटा ही रहे थे कि अचानक इन कीड़ों ने अपना रंग तेजी से बदलना शुरू कर दिया.


इन जीवों के लिए भी खतरा बढ़ा


फोटोग्राफर की पोस्ट वायरल होने के बाद हुई एक जांच में पता चला कि कुछ खतरनाक वायरस अक्सर नमी वाले जगहों या मिट्टी में रहने वाली प्रजातियों को संक्रमित करते हैं. इनमें ज्यादातर संक्रमण मच्छरों, झींगुर, इल्ली पर दिखाई देते हैं लेकिन दूसरे कीड़े भी चपेट में आ सकते हैं. ग्रे की जगह एक साथ कई कीड़ों का रंग असामान्य रूप से बदलने के लिए जिम्मेदार वायरस के समूह को वैज्ञानिक अकशेरुकी इंद्रधनुषी विषाणु कहते हैं जो कई प्रकार की प्रजातियों को एकसाथ संक्रमित कर सकता हैं.