टोक्यो: दुनिया के सबसे तेज रोलरकोस्टर (World's Fastest Rollercoaster) को फिलहाल बंद कर दिया गया है. ये रोलर कोस्टर सिर्फ 1.56 सेकंड में 112 किमी प्रति घंटे की खौफनाक रफ्तार पकड़ सकता है. रोमांच की चाह रखने वालों के बीच बेहद लोकप्रिय इस रोलर कोस्टर को अगली घोषणा तक के लिए बंद कर दिया गया है. दरअसल, रोलर कोस्टर पर सवार कुछ लोगों ने हड्डियां टूटने की शिकायत दर्ज की है, जिसके बाद फिलहाल इसे बंद कर दिया गया है. 


2001 में बना था Do-Dodonpa


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‘द सन’ की रिपोर्ट के अनुसार, डो-डोडोनपा (Do-Dodonpa) नामक इस रोलर कोस्टर को 2001 में बनाया गया था. ये जापान (Japan) के फूजी क्यू हाइलैंड (Fuji-Q Highland) पार्क में स्थित है. हर रोज बड़ी संख्या में लोग यहां रोमांच की तलाश में पहुंचते हैं. पार्क अधिकारियों ने बताया कि कम से कम छह लोगों ने हड्डी टूटने की शिकायत दर्ज की है, जिसके मद्देनजर रोलर कोस्टर को बंद कर दिया गया हिया.


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Park प्रबंधन ने दिया ये जवाब


यह घटना 17 अगस्त को हुई. रोलर कोस्टर में सवार कम से कम छह लोगों ने कहा कि उनकी हड्डियां टूट गई हैं. इनमें से चार का दावा है कि उनकी गर्दन और कमर की हड्डी में गंभीर चोट आई है. पार्क प्रबंधन का कहना है कि रोलर कोस्टर में किसी तरह की कोई तकनीकी खामी नहीं है. संभवतः सुरक्षा चेतावनियों को नजरंदाज करने की वजह से हादसा हुआ होगा. 2017 में इसकी स्पीड को 106 से बढ़ाकर 112 किमी प्रति घंटा कर दिया गया था.    


पहले Superman के नाम था रिकॉर्ड


रोलर कोस्टर डिजाइन करने वाली कंपनी Sansei Technologies ने हादसे पर दुख जताया है, लेकिन उसका कहना है कि सभी मानदंडों को ध्यान में रखते हुए रोलरकोस्टर बनाया गया है और इनमें किसी तरह की कोई तकनीकी खामी नहीं है. बता दें कि दिसंबर 2001 में निर्मित डो-डोडोनपा दुनिया के सबसे तेज रोलर कोस्टर के तौर पर मशहूर है. डो-डोडोनपा से पहले सबसे तेज गति का रिकॉर्ड सुपरमैन: द एस्केप एंड टॉवर ऑफ द टेरर के पास था. 


Experts ने बताई हादसे की वजह


रोलर कोस्टर हादसा इसके प्रशंसक और निर्माताओं के लिए किसी झटके से कम नहीं है, क्योंकि डो-डोडोनपा पर पिछले 20 साल में कोई ऐसी घटना नहीं हुई. वहीं, थीम पार्क के विशेषज्ञों का कहना है कि अमूमन इस तरह के हादसे तभी होते हैं जब लोग सुरक्षा चेतावनियों को नजरंदाज कर देते हैं या फिर वो सही ढंग से नहीं बैठते. स्पीड ज्यादा होने की वजह से कई बार लोग घबरा जाते हैं और कोई न कोई गलती कर बैठते हैं, जिसके चलते गंभीर चोट लग सकती है. संभव है ताजा मामले में भी यही हुआ हो.