नई दिल्ली: कार्तिक माह की शुरुआत हो चुकी है. इस महीने में लक्ष्मी-नारायण की पूजा की जाती है. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रमा एकादशी मनाई जाती है. रमा एकादशी पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. लोगों में कंफ्यूजन रमा एकादशी कब है 27 अक्टूबर को या फिर 28 अक्टूबर. आइए जानते हैं कब है रमा एकादशी. 


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द्रिक पंचांग के अनुसार 
द्रिक पंचांग के अनुसार 27 अक्टूबर 2024 को सुबह 07 बजकर 15 मिनट पर एकादशी शुरू होगी. 28 अक्टूबर को 08 बजकर 40 मिनट पर खत्म होगी.  सनातन धर्म में व्रत उदया तिथि के द्वारा मानी जाती है. 28 अक्टूबर को एकादशी तिथि में सूर्योदय होगा. इसी वजह से रमा एकादशी व्रत 28 अक्टूबर को है. रमा एकादशी का पारण 29 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 23 मिनट से 8 बजकर 35 मिनट के बीच किया जाएगा. 


28 अक्टूबर को है व्रत 
उदया तिथि के अनुसार 28 अक्टूबर को रमा एकादशी का व्रत रखा जाएगा.  


रमा एकादशी पर न करें ये काम 
रमा एकादशी के दिन विष्णुजी नारियल पानी से जलाभिषेक करें. भगवान विष्णुजी को नारियल बेहद प्रिय है. एकादशी वाले दिन भगवान विष्णु का नारियल से जलाभिशेक करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती है. 


लक्ष्मी नारायण की पूजा 
एकादशी के दिन लक्ष्मी-नारायण की पूजा करनी चाहिए. भगवान को उनका प्रिय भोग पीला फल, पीली मिठाई का भोग लगाएं. उस दिन पीले कपड़े पहनकर ही भगवान की पूजा करनी चाहिए. इससे आर्थिक तंगी दूर हो जाएगी.  


(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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