नई दिल्लीः Aaj Ka Panchang: आज बुधवार है. आज बुधवार का दिन गणेश जी की पूजा के लिए समर्पित है. आइये जानते हैं कि आज आपके जीवन पर नक्षत्रों का क्या प्रभाव पड़ने वाला हैं. आज आपको क्या उपाय करना चाहिए और क्या करने से बचना चाहिए. आचार्य विक्रमादित्य बता रहे हैं आज का गुडलक..
बुधवार के दिन गणपति की पूजा
भगवान गणेश हिन्दू धर्म के प्रथम पूज्य देवता हैं. बुधवार के दिन गणपति की विधिवत पूजा करने से मनोकामना की पूर्ति होती है. कारोबार की वृद्धि के लिए विशेषतौर पर भी गणेश की पूजा की जाती है. घरों, कार्यालयों और दुकानों में भगवान गणेश की ही पूजा की जाती है. इनके आशीर्वाद से ही मांगलिक कार्य संम्पन्न होते हैं. किसी भी शुभ कार्य के शुभारंभ से पहले भगवान गणेश की पूजा करने का विधान है.
भगवान गणेश को बुद्धि का प्रतीक माना जाता है. भगवान गणेश भक्तों पर प्रसन्न होकर दुखों को हरते हैं. साथ ही भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. कोई भी शुभ कार्य करने से पूर्व श्रीगणेश जी की पूजा की जाती है. बुधवार के दिन पूजा से भगवान विशेष प्रसन्न होते हैं. भगवान को बुध ग्रह का स्वामी माना जाता है.
सनातन एवं हिन्दू शास्त्रों में भगवान गणेश जी को, विघ्नहर्ता अर्थात सभी तरह की परेशानियों को खत्म करने वाला बताया गया है. पुराणों में गणेशजी की भक्ति शनि सहित सारे ग्रहदोष दूर करने वाली भी बताई गई हैं. हर बुधवार के शुभ दिन गणेशजी की उपासना से व्यक्ति का सुख-सौभाग्य बढ़ता है. सभी तरह की रुकावटे भी दूर होती हैं.
भगवान गणेश को घी और गुड़ का भोग लगाना चाहिए. भोग लगाने के बाद घी-गुड़ गाय को खिला दें. ऐसा करने से घर में धन और खुशहाली आती है. अगर घर में नकारात्मक शक्तियों का वास है, तो घर के मंदिर में सफेद रंग के गणपति की स्थापना करनी चाहिए. इससे सभी प्रकार की बुरी शक्तियों का नाश होता है. अगर आपके जीवन में बहुत परेशानियां हैं और कम नहीं हो रही है तो आप बुधवार के दिन किसी हाथी को हरा चारा खिलाएं. यदि किसी के विवाह में परेशानियां आ रही हैं तो वह भगवान श्रीगणेश को पीले रंग की मिठाई का भोग लगाने से उसका विवाह भी जल्दी हो जाता है.
आज का पंचांग
आषाढ़ - शुक्ल पक्ष- सप्तमी तिथि- बुधवार
नक्षत्र- उत्तर फाल्गुनी
महत्वपूर्ण योग- वरीयान योग
चन्द्रमा का कन्या राशि पर संचरण
आज का शुभ मुहूर्त- 11.10 बजे से 11.43 बजे तक
राहु काल- 12.31 बजे से 02.11 बजे तक
त्योहार
नवरात्रि सप्तमी तिथि, विवस्वान सप्तमी सप्तमी
आषाढ़ - शुक्ल - सप्तमी को सूर्य विवस्वान से प्रख्यात हुए, आज सूर्य का विशेष पूजन करना चाहिये, उन्हें अर्घ देना चाहिये.
गुप्त मनोकामना की पूर्ति के लिए क्या करें?
सात पान के साबूत पत्ते, सभी पत्तों पर एक-एक सुपारी, इलाचयी और लौंग रखकर माता लक्ष्मी के चरणों में अर्पित करें और अपनी मनोकामना का स्मरण करें.
इसे भी पढ़ें- Aaj Ka Rashifal: मिथुन राशि वालों को होगा धन लाभ, जानिए मेष, वृष, कर्क, मीन का हाल
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.