Facts About Badrinath: बद्रीनाथ में क्यों नहीं भौंकते कुत्ते और सांप-बिच्छुओं में क्यों नहीं होता जहर, जाने क्या है इसके पीछे की पौराणिक वजह

Badrinath Dham Facts: चार धामों में से एक बद्रीनाथ धाम भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल है. यह हिमालय पर्वत श्रृंखला में अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है और समुद्र तल से 3,133 मीटर की ऊंचाई पर है. आइए जानते हैं यहां के बारे में कुछ महत्व बातें.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 16, 2024, 12:49 PM IST
  • बद्रीनाथ धाम में नहीं भौंकते कुत्ते
  • साप-बिच्छुओं में नहीं होता जहर
Facts About Badrinath: बद्रीनाथ में क्यों नहीं भौंकते कुत्ते और सांप-बिच्छुओं में क्यों नहीं होता जहर, जाने क्या है इसके पीछे की पौराणिक वजह

नई दिल्ली, Facts About Badrinath Dham: चार धामों में से एक बद्रीनाथ धाम भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल है. यह हिमालय पर्वत श्रृंखला में अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है और समुद्र तल से 3,133 मीटर की ऊंचाई पर है. बद्रीनाथ धाम में भगवान विष्णु का मंदिर है, जो हिंदू धर्म में पूजे जाते हैं. अलकनंदा नदी बद्रीनाथ से होकर गुजरती है. हिंदू धर्म में अलकनंदा नदी को बेहद पवित्र माना जाता है. बद्रीनाथ हिमालय की खूबसूरती से घिरा हुआ है, जो श्रद्धालुओं के साथ-साथ पर्यटकों को भी आकर्षित करता है. आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे बद्रीनाथ धाम के बारे में कुछ रोचक बातें, जिनके बारे में हमारी पुराणों में भी वर्णन है. 

बद्रीनाथ धाम में नहीं भौंकते कुत्ते
बद्रीनाथ को लेकर ऐसा कहा जाता है कि बद्रीनाथ धाम में कुत्ते नहीं भौंकते हैं. पौराणिक मान्यता के मुताबिक, कुत्ता भगवान विष्णु से जुड़ा हुआ है. माना जाता है कि भगवान विष्णु ने बद्रीनाथ में नारायण के रूप में अवतार लिया था और कुत्तों को श्राप दिया था कि वे यहां कभी भी भौंक नहीं सकते हैं. एक अन्य मान्यता यह है कि बद्रीनाथ में कुत्ते भगवान के सेवक माने जाते हैं और उन्हें शांति से रहने का आदेश दिया जाता है. इसलिए, बद्रीनाथ में कुत्ते शांति से रहते हैं और भौंकते नहीं हैं. 

बद्रीनाथ धाम में सांप-बिच्छुओं में नहीं होता जहर 
बद्रीनाथ धाम में सांप और बिच्छू में जहर न होने की मान्यता एक पौराणिक और सांस्कृतिक विश्वास है.इसके पीछे कुछ पौराणिक मान्यता है. माना जाता है कि भगवान विष्णु ने बद्रीनाथ में नारायण के रूप में अवतार लिया था और सांप और बिच्छू को जहर नहीं रखने का आशीर्वाद दिया था.  ताकि बद्रीनाथ में आने वाले तीर्थयात्रियों को कोई खतरा न हो. बद्रीनाथ धाम को एक पवित्र स्थल माना जाता है, जहां सांप और बिच्छू जहर नहीं रखते हैं. 

वहीं स्थानीय लोगों का भी यह मानना है कि  बद्रीनाथ धाम में सांप और बिच्छू जहर नहीं रखते हैं, क्योंकि यह एक पवित्र स्थल है. इसके अलावा बद्रीनाथ धाम के प्राकृतिक वातावरण में संतुलन होता है, जिससे सांप और बिच्छू जहर नहीं रखते हैं. यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये मान्यताएं पौराणिक और सांस्कृतिक हैं और वैज्ञानिक आधार पर नहीं हैं.

Disclaimer
यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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