नई दिल्लीः Gauri Tapo Vrat: मान्यता है कि इसी गौरी तप व्रत को करके मां पार्वती ने अपने कठिन तप से शिवजी को वर के रूप में प्राप्त किया था. यह गौरी तप व्रत 16 वर्ष का व्रत है. यह व्रत जीवन में सकारात्मकता और सौभाग्य लाने के लिए किया जाता है. महिलाएं पति और संतान सुख लिए पूजा-अनुष्ठान कार्य करती हैं.


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अविवाहित कन्याएं कर सकती हैं व्रत
अविवाहित कन्याएं इस व्रत को कर सकती हैं. इस व्रत को विवाह दोष से मुक्त होने और विवाह में देरी को दूर करने के लिए भी रखा जाता है. 'मांगलिक दोष' और कुंडली में प्रतिकूल ग्रह दोषों को समाप्त करने के लिए भी यह व्रत किया जाता है.


आज का पंचांग
मार्गशीर्ष - कृष्ण पक्ष - चतुर्दशी तिथि 06.53 बजे तक, इसके उपरांत अमावस्या - बुधवार
नक्षत्र - विशाखा नक्षत्र
महत्वपूर्ण योग - शोभन योग
चंद्रमा का तुला के उपरांत 16: 00 पर वृश्चिक राशि पर संचरण


आज का शुभ मुहूर्त
अमृत काल- 01.24 बजे से 02.53 बजे तक
राहु काल- 12.13 बजे से 01.33 बजे तक


त्योहार - मार्गशीर्ष अमावस्या, अमावस्या क्षय, गौरी तप व्रत


गुप्त मनोकामना की पूर्ति के उपाय
नदी के किनारे सात मिट्टी के पात्र में गाय का कच्चा दूध रखें. उसमें ऊपर से काला तिल और सभी में हींग का टुकड़ा डालकर उन सभी पात्र के सामने मिट्टी का दीपक जलाते हुए अपनी मनोकामना का स्मरण करें.


आचार्य विक्रमादित्य की आज की भविष्यवाणी
कई राज्यों में सियासी उथल-पुथल देखने को मिलेगी.


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