Jyotish Upay विवाहित महिलाओं के लिए सीता अष्टमी का बहुत महत्व होता है. इस दिन विवाहित महिलाएं परिवार की खुशहाली और अपने पति की लंबी उम्र के लिए मां सीता का व्रत रखती हैं. इसके साथ ही मां को सोलह श्रृंगार का सामान भी चढ़ाया जाता है. इस दिन कुंवारी लड़कियां भी अच्छा वर पाने के लिए व्रत रखती हैं. इस दिन पूजा करना हिंदू धर्म में बहुत फलदायी माना जाता है.
इस दिन सुबह जल्दी स्नान करने के बाद माता सीता को पीले फूल, पीले वस्त्र और श्रृंगार का अन्य सामान अर्पित करना चाहिए. गुड़ से बनी वस्तुओं को माता सीता और भगवान राम को अर्पित करनी चाहिए. मनोकामना पूर्ति के लिए इस दिन गुड़ या गुड़ से बनी वस्तुएं और वस्त्र आदि का दान करना शुभ माना जाता है.
सीता अष्टमी पर करें ये उपाय
विवाहित महिलाओं को उस तस्वीर की पूजा करनी चाहिए जिसमें भगवान राम और माता सीता एक साथ हों. सिंदूर को 7 बार माता सीता के माथे पर लगाएं और फिर उसी सिंदूर को 7 बार अपने माथे पर बालों के विभाजन के बीच लगाएंय.
भगवान राम और माता सीता आदर्श विवाहित जोड़े के प्रतीक हैं. इसलिए अपने विवाह में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए आपको भगवान राम और माता सीता की एक साथ तस्वीर लगानी चाहिए.
अविवाहित महिलाओं को तुलसी के पौधे की मिट्टी से बनी भगवान राम और माता सीता की मूर्तियों की पूजा करनी चाहिए.
वैवाहिक जीवन में आ रही समस्यों से छुटकारा पाने के लिए "श्री जानकी रामभय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)
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