Jyotish Upay: यदि आपकी कुंडली में खराब है बृहस्पति, तो जरूर करें यह उपाय
Guruwar Jyotish Upay: इन लक्षणों से समझे कि देव गुरू बृहस्पति कहीं आपसे नाराज तो नहीं चल रहे हैं. अगर बृहस्पति कुंडली में खराब है तो यह उपाय करें.
नई दिल्ली: Jyotish Upay: जन्मपत्री में अगर गुरु कमजोर है तो व्यक्ति को कई प्रकार के कष्ट भुगतने पड़ते हैं. वह न तो धन कमा पाता है, न ही उसे वैवाहिक जीवन का सुख मिलता है. और तो और वह नौकरी में किसी उच्च पद पर भी नहीं पहुंच पाता है. इसलिए कुंडली में गुरु को हमेशा मजबूत रखना चाहिए.
इन लक्षणों से समझे कि देव गुरू बृहस्पति आपसे नाराज चल रहे
- सोने की कोई भी चीज हो जाती है या गिरवी रखनी पड़ जाती है या फिर बेचना पड़ जाता है.
- व्यक्ति के द्वारा पूजा व्यक्ति या धार्मिक क्रियाओं का अनजाने में ही अपमान हो जाता है या कोई धर्म ग्रंथ नष्ट होता है.
- सिर के बाल कम होने लगते हैं अर्थात व्यक्ति गंजा होने लगता है दिया हुआ वचन पूरा नहीं होता है तथा असत्य बोलना पड़ता है.
- सिर में जहां पर छोटी होती है वहां पर गंजा हो जाता है.
- बृहस्पति के कमजोर होने से व्यक्ति के संस्कार कमजोर होते हैं.
- विद्या और धन प्राप्ति में बाधा के साथ साथ व्यक्ति को बड़ों का सहयोग पाने में मुश्किलें आती हैं.
- व्यक्ति का पाचन तंत्र कमजोर होता है,कैंसर और लीवर की सारी गंभीर समस्याएँ बृहस्पति ही देता है.
- संतान पक्ष की समस्याएं भी परेशान करती हैं.
- व्यक्ति सामान्यतः निम्न कर्म की ओर झुकाव रखता है. और बड़ों का सम्मान नहीं करता.
बृहस्पति के शुभ होने के लक्षण क्या हैं?
- व्यक्ति विद्वान और ज्ञानी होता है,अपार मान सम्मान पाता है.
- व्यक्ति के ऊपर दैवीय कृपा होती है और व्यक्ति जीवन में तमाम समस्याओं से बच जाता है.
- ऐसे लोग आम तौर पर धर्म , कानून या कोष (बैंक) के कार्यों में देखे जाते हैं.
- अगर बृहस्पति केंद्र में हो और पाप प्रभावों से मुक्त हो तो व्यक्ति की सारी समस्याएँ गायब हो जाती हैं.
- पीला रंग, स्वर्ण, वित्त और कोष, कानून, धर्म, ज्ञान, के प्रति झुकाव और मंत्र संस्कारों को जानने वालों पर गुरू का सकारात्मक प्रभाव दिखता है.
- अगर बृहस्पति सही है अच्छे कार्य करने के की प्रेरणा मिलती है.
कुंडली में खराब है बृहस्पति तो करें ये उपाय
- बृहस्पतिवार का उपवास रखें, इस दिन नमक का सेवन न करें.
- घर के पिछले हिस्से में केले का पेड़ लगाएं और रोज प्रातः उसमे जल डालें.
- नित्य प्रातः विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना भी अत्यंत लाभकारी होता है.
- नित्य प्रातः हल्दी मिलाकर सूर्य को जल अर्पित करें.
- बरगद की जड़ को पीले धागे में लपेट कर गले में धारण करें.
- भोजन में हल्दी का प्रयोग जरूर करें.
- नित्य सूर्योदय के पूर्व गजेन्द्र मोक्ष का पाठ करें.
- पीत वस्त्र धारण करने से भी बृहस्पति का सकारात्मक प्रभाव दिखने लगता है.
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