नई दिल्ली: पितृ पक्ष वो समय होता है जब पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए इंसान विधि करता है. इस दौरान जरूरी है कि पूर्वज आपसे खुश रहें. अब सितंबर महीने में पितृ पक्ष (Pitru Paksha) शुरू हो रहा है. पितृ पक्ष 29 सितंबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलेगा. इसकी अवधि 15 दिन तक ही रहेगी. लेकिन ये ध्यान रखें कि कहीं आपको पितृ दोष तो नहीं है, यदि ऐसा है तो पितृ आपसे नाराज हो सकते हैं. आइए, आपको बताते हैं कि पितृ दोष कैसे पहचानें और उपाय क्या है.


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पितृ दोष कैसे पहचानें?
-पितृ दोष लगने पर मैरिज लाइफ में तनाव आ जाता है. पति औरbपत्नी के बीच रोज झगड़े होते हैं.
-यदि आपके घर में कई सारे जतन करने के बाद भी संतान नहीं हो रही है, तो पितृ दोष हो सकता है.
-दोष लगने के बाद परिवार में एकता नहीं रह पाती है. सब मानसिक तनाव झेल रहे होते हैं. घर में क्लेश होने लगता है. 
-यदि घर का कोई सदस्य बार-बार बीमार पड़ता है तो, समझ लें पितर आपसे नाराज हो गए हैं. 
-इस दोष के कारण शादी पक्की होने के बाद भी टूट जाती है. जितने भी मांगलिक कार्य होते हैं, उन सबमें कोई न कोई बाधा आ जाती है. 


पितृ दोष से कैसे मुक्ति पाएं? 
-पितृ पक्ष में पूर्वजों के निमित्त विधि विधान से तर्पण और श्राद्ध करें. 
-पितृ पक्ष के दौरान ब्राह्मणों को भोजन जरूर कराएं और उन्हें दान भी दें.
-हर एकादशी, चतुर्दशी और अमावस्या पर पितरों को जल अर्पण कर और त्रिपंडी श्राद्ध करें.
-नाराज पितरों को राजी करने के लिए हर दोपहर पीपल के पेड़ की पूजा करें. उसमें गंगाजल के साथ दूध, काले तिल, अक्षत और फूल अर्पित करें.
-पितृ पक्ष में दक्षिण दिशा में हर शाम तेल का दीपक जलाएं. 
-घर में दक्षिण दिशा में पितरों की तस्वीर लगाएं. उनसे अपनी गलती के लिए क्षमा मांगे. 


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