नई दिल्ली: Ganesh Jayanti 2024: हिंदू धर्म में माघ माह की गणेश जयंती का बहुत विशेष महत्व है. हिंदू धर्म में कई महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाते हैं, जिनमें गणेश जयंती भी शामिल है. यह त्योहार भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. माघ माह में आने वाली गणेश जयंती को माघ विनायक चतुर्थी, तिलकुंड चतुर्थी और वरद चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

माघ माह की गणेश जयंती 13 फरवरी को मंगलवार के दिन मनाई जाएगी. इस दिन गणेश वंदना करने से सभी कष्ट मिट जाते हैं और उनकी कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं, माघ माह की गणेश जयंती का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व के बारे में:


माघ माह गणेश जयंती शुभ मुहूर्त
माघ माह शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि प्रारंभ 12 फरवरी 2024 दिन सोमवार शाम 5 बजकर 44 मिनट से शुरू होगा. माघ माह शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि समापन 13 फरवरी दिन मंगलवार दोपहर 2 बजकर 41 मिनट समाप्ति होगा. गणेश जयंती पूजा का मुहूर्त 13 फरवरी को दोपहर 11 बजकर 29 मिनट से लेकर 1 बजकर 42 मिनट तक है. पूजा करने का कुल समय 2 घंटे 14 मिनट तक है.
 
श्री गणेश जयंती पूजा विधि
माघ की गणेश जयंती वाले सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें. घर के मंदिर को साफ करें और पहले पूजा घर में एक चौकी पर गणेश जी की मूर्ति को स्थापित करें. पूजा सामग्री एकत्रित करें. पूजा सामग्री में फूल, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, मोदक आदि शामिल करें, भगवान गणेश को शुद्ध स्थान से चुनी हुई दूर्वा को धोकर चढ़ाएं. पूजा का संकल्प लेने के बाद आप भगवान के होथ जोड़ कर प्रणाम करें. भगवान गणेश को मोदक, लड्डू, फल और मिठाई का भोग लगाएं. आरती करें और भगवान गणेश से आशीर्वाद प्राप्त करें.


गणेश जयंती का महत्व
गणेश जयंती का त्योहार भगवान गणेश के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा व्यक्त करने का अवसर है. इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से बुद्धि, ज्ञान, समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति होती है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने और भगवान गणेश की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.


(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)