महाभारत के इस धुरंधर से बदला लेने आई थी नाग कन्या, देखते ही हो गया था प्यार

mahabharat ki kahani: महाभारत के दौरान युद्ध के अलावा कई प्रेम कहानियों के भी किस्से हैं. इन्हीं एक नाग कन्या और अर्जुन की लव स्टोरी है. जब नाग कन्या अर्जुन को मारने गई थी लेकिन अपना ही दिल हार बैठी.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 11, 2024, 06:43 PM IST
  • जब महाभारत के इस यौद्धा का वध करने आई थी नाग कन्या
  • पहली नजर में ही अपना दिल हार बैठी थी नाग कन्या
महाभारत के इस धुरंधर से बदला लेने आई थी नाग कन्या, देखते ही हो गया था प्यार

नई दिल्ली: महाभारत में पांडव और कौरव के युद्ध की कहानी के अलावा कई प्रेम कहाानियां भी हैं. इन्हीं प्रेम कहानी में एक अर्जुन और नाग कन्या उलुपी की प्रेम कहानी है. नाग कन्या उलुपी अर्जुन से बदला लेने के लिए आई थी लेकिन अर्जुन को देखते ही उलुपी उनसे प्यार कर बैठी. आइए जानते हैं अर्जुन और नाग कन्या उलुपी की प्रेम कहानी. 

नागों पर किया आक्रमण 
एक बार अर्जुन खांडवप्रस्थ वन पहुंचे. यह स्थान पर नागों का था, ऐसे में किसी अनजान इंसान को इस तरह वन में नागों को वह असुरक्षित लगे. ऐसे में नागों ने अर्जुन पर हमला कर दिया. खुद को बचाने के लिए अर्जुन ने नागों से युद्ध किया. इस युद्ध की वजह से कई सारे नाग मारे गए. 

बदला 
नागों की मौत की खबर जब नागलोक गई तो नागवांशियों ने अर्जुन से बदला लेने का मन बना लिया. ऐसे में अर्जुन को मारने के लिए नागलोक की नागकन्या उलुपी खांडवप्रस्थ वन में गई. 

देखते ही दिल हार बैठी 
उलुपी सम्मोहन विद्या में बहुत कुशल थी. अर्जुन को मराने आई उलुपी उन्हें देखते ही अपना दिल हार बैठी. उलुपी का अर्जुन को मारने का इरादा कमजोर होने लगा. ऐसे में नागकन्या ने अर्जुन को मारा नहीं बल्कि उन्हें अपने साथ नागलोक ले गई. सभी नागवंशियों ने अर्जुन पर हमला कर दिया. अर्जुन ने सभी लोगों से युद्ध किया. अर्जुन के पराक्रम को देख नागलोक के सम्राट उनकी तारीफ करते हैं. इसके बाद अर्जुन ने बताया है कि उन्हें नागों से कोई शत्रुता नहीं हैं उन्होंने जो किया वह आत्मरक्षा के लिए किया था. 

रखा शादी का प्रस्ताव 
 नाग कन्या उलुपी ने अर्जुन से अपने दिल की बात बोली, बताया है कि वह उनसे विवाह करना चाहती हैं. विवाह का प्रस्ताव सुन अर्जुन ने अपनी पत्नी द्रौपदी के बारे में बताया. अर्जुन की पत्नी के बारे में सुन नाग कन्या ने बोला कि मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है. मैं नागलोक में आपके साथ रहना चाहती हूं. आप जब यहां से जाना चाहेंगे तो मैं आपको रोकूंगी नहीं. उलुपी की बात सुन अर्जुन ने विवाह के प्रस्ताव स्वीकार कर लिया. 

पुत्र 
अर्जुन और उलुपी के विवाह के उनका पुत्र हुआ, जिसका नाम इरावन रखा गया. अर्जुन उलुपी के साथ नागलोक में लगभग 1 साल तक रहे थे. इसके बाद वह भूलोक वापस लौट आए. महाभारत के युद्ध में वीरता के साथ लड़े थे. 

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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