नई दिल्ली: Roti Ke Niyam: हिंदू धर्म में खानपान संबंधी कुछ नियम बताए गए हैं. क्या आप जानते हैं कि रोटी बनाने के भी कुछ नियम हैं? कई ऐसे दिन होते हैं जिनके बारे में शास्त्रों में बताया गया है कि इस दिन रोटी नहीं बनानी चाहिए. ऐसा माना जाता है कि इस दिन रोटी बनाने से घर में धन की कमी हो जाती है. आइए जानते हैं ऐसे 5 मौकों के बारे में जब रोटी बनाने के लिए माना किया जाता है. इन बातों को नजरअंदाज करने से मां अन्नपूर्णा और मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं.


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नाग पंचमी
नाग पंचमी को नाग देवता की पूजा की जाती है. ऐसा कहा जाता है कि इस दिन तवे को नाग का फन माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार, इस दिन रोटी बनाने से नाग देवता नाराज हो सकते हैं.


पितृ पक्ष
पितृ पक्ष में पितरों को भोजन अर्पित किया जाता है. शास्त्रों के अनुसार, इसलिए पितृ पक्ष में रोटी की बजाय चावल बनाना चाहिए.


दीपावली
दीपावली मां लक्ष्मी का त्योहार है. इस दिन घर में पकवान बनाए जाते हैं. शास्त्रों के अनुसार, रोटी बनाने की बजाय पूरी बनाना चाहिए. इस दिन रोटी बनाते हैं तो मां लक्ष्मी आपसे रुष्ट हो सकती हैं.


शरद पूर्णिमा
शरद पूर्णिमा को मां लक्ष्मी का आगमन माना जाता है. इस दिन खीर बनाकर चांद की रोशनी में रखा जाता है. रोटी बनाने की बजाय खीर का ही सेवन करना चाहिए. इस दिन चांद की रोशनी से अमृत निकलता है. साथ ही इस दिन पकवान बनाने चाहिए.


मृत्यु के बाद
शास्त्रों में कहा गया है कि किसी घर में मृत्यु होने पर 13वीं संस्कार होने तक रोटी नहीं बनानी चाहिए. इस दिन बासी भोजन का ही सेवन करना चाहिए.


(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)