नई दिल्ली: Durva Ashtami 2023: दूर्वा अष्टमी हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है. इस बार दूर्वा अष्टमी 22 सितंबर, 2023 को मनाई जाएगी. इस दिन विशेष तौर पर महिलाएं व्रत रखती हैं. दूर्वा अष्टमी पर दूर्वा घास को पूजा जाता है. हिंदू धर्म में दूर्वा घास को शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि बिना दूर्वा घास के भगवान गणेश जी की पूजा भी अधूरी रह जाती है. आइए जानते हैं कि आज दूर्वा अष्टमी के पर्व पर शुभ मुहूर्त क्या रहेगा और पूजा विधि क्या है.


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पूजा का शुभ मुहूर्त 


- 22 सितंबर 2023 को दोपहर 1 बजकर 35 मिनट से दूर्वा अष्टमी की तिथि शुरु होगी. 
- दूर्वा अष्टमी की यह तिथि 23 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 17 मिनट तक रहेगी. 
- शुक्ल पक्ष की उदय तिथि के अनुसार पूजा करने वालों के लिए दुर्वा अष्टमी 23 सितंबर को है. 


पूजा की विधि
दूर्वा अष्टमी की पूजा करने वालों को ब्रह्ममुहूर्त में उठकर सबसे पहले स्नान करना चाहिए. फिर व्रत का संकल्प लेना चाहिए. नए वस्त्र पहनकर गणेश जी की प्रतिमा के सामने दीपक जलाएं.  इसके बाद गणपति बप्पा को माला, फल, फूल, चावल, दीपक और धूप अर्पित जरूर करें. इसके बाद दूर्वा घास अर्पित करते हुए गणेश जी को मीठी रोटी का भोग लगाएं. गणेश जी की आरती करें. फिर शिव जीकी पूजा भी जरूर करें. 


दूर्वा अष्टमी पर अपनाएं ये उपाय
दूर्वा अष्टमी का व्रत रखने वाले लोग गणेश जी को दूर्वा घास अर्पित करें. इस समय 108 बार गणेश गायत्री मंत्र 'ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात्' का जाप करें. जाप करने के बाद गणेश जी को अपनी मनोकामना बताकर उनसे आशीर्वाद लें. वे आपकी इच्छा पूरी करेंगे.


(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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