सूर्य के इस मंत्र से पूरी होगी आपकी मनोकामना, इस तरह करना होगा उच्चारण
सूर्य की साधना में मंत्रों का जप करने पर मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती है. सुख-समृद्धि और अच्छी सेहत का आशीर्वाद प्राप्त होता है. तमाम तरह की बीमारी और जीवन से जुड़े अपयश दूर हो जाते हैं.
नई दिल्ली: सूर्य की साधना में मंत्रों का जप करने पर मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती है. सुख-समृद्धि और अच्छी सेहत का आशीर्वाद प्राप्त होता है. तमाम तरह की बीमारी और जीवन से जुड़े अपयश दूर हो जाते हैं. सूर्य के आशीर्वाद से आपके भीतर एक नई ऊर्जा का संचार होता है. जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता दिलाने वाले सूर्य मंत्र इस प्रकार हैं.
एहि सूर्य सहस्त्रांशो तेजोराशे जगत्पते.
अनुकम्पय मां भक्त्या गृहणार्ध्य दिवाकर.
घृणि सूर्याय नमः.
ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पतेए अनुकंपयेमां भक्त्याए गृहाणार्घय दिवाकर.
ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं.
समृद्धि ही नहीं सेहत के लिए भी आवश्यक है सूर्य की साधना
सूर्यदेव की साधना से न सिर्फ सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है, बल्कि आरोग्य भी प्राप्त होता है. सूर्य को किए जाने वाले नमस्कार को सर्वांग व्यायाम कहा जाता है. इसे करने से अच्छी सेहत के साथ-साथ मानसिक शांति भी मिलती है.
जब गोचर में सूर्य अनिष्टकारक हों, तो करें ये काम
जब गोचर में सूर्य अनिष्टकारक हों तो व्यक्ति को स्नान करते समय जल में खसखस या लाल फूल या केसर डालकर स्नान करना शुभ रहता है.
सूर्य की वस्तुओं का दान करें.
सूर्य मंत्र का जाप करें.
सूर्य यंत्र की स्थापना करें.
सूर्य हवन करायें.
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